एक झलक

पुलिस को सलाम : यूपी डायल 112 का मानवीय चेहरा, 100 दिनों में 8 हजार से ज्यादा लोगों को अपनों से मिलवाया

लखनऊ11जुलाई2021बदायूं के सहसवान थाना क्षेत्र नसरुल्लागंज चौराहे पर तीन वर्षीय बच्ची के भटकने की सूचना एक कॉलर ने यूपी-112 को दी। सूचना मिलते ही पीआरवी-1285 पर तैनात आरक्षी धर्मेन्द्र और दिपांशी सिंह मौके पर पहुंचकर बच्ची को संरक्षा में ले लिया। पीआरवी पर तैनात आरक्षी ने बच्ची की जिम्मेदारी को अपने ऊपर लेकर महिला आरक्षी ने बच्ची को गोद में लेकर पहले उसको पानी पिलवाया और फिर उसका नाम-पता जानने का प्रयास किया। अपने परिवार से बिछुड़ी बच्ची कुछ भी बता पाने की स्थिति में नही थी। पीआरवी कर्मियों ने आस-पास के लोगों से बच्ची के बारे में पता किया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।

तीन साल की मासूम को परिजनों से मिलवाया

इसके बाद पीआरवी पर तैनात कर्मियों ने बच्ची को अपने साथ लेकर वाहन में लगे पीए (पब्लिक ऐड्रेस) सिस्टम से अनाउंस करते हुए आस-पास के मोहलों में बच्ची के परिजनों को खोजना शुरू किया। कुछ देर बाद एक मोहल्ले में बच्ची के परिजन पीआरवी कर्मियों को मिल गए जो काफी देर से परेशान थे। गुम हुए अपने कलेजे के टुकड़े को पा कर दंपत्ति काफी खुश हुआ।

रास्ता भटकने वाले को घर पहुंचाया

ये घटना तो एक उदाहरण मात्र है। अप्रैल 2021 से अब तक यूपी-112 की पीआरवी ने पिछले 100 दिनों में 7095 गुमशुदा लोगों को उनके परिजनों से सकुशल मिलवाने का काम किया है। अपनों से बिछड़ने वालों में सर्वाधिक संख्या बच्चों की है। बच्चों के साथ-साथ कई स्थानों पर बुजुर्गों के भी रास्ता भटकने की स्थिति में पीआरवी कर्मियों ने उनको भी घर तक सकुशल पहुंचाया है।

जून 2021 में सर्वाधिक 2,455 भटके लोगों को मिलवाया है। अप्रैल महीने में यूपी-112 को 1966 सूचनाएं गुम होने या रास्ता भटकने की मिली। इन सभी सूचनाओं पर पीआरवी कर्मियों ने पहुंचकर मदद की। मई महीने में लॉकडाउन के चलते आवाजाही कम थी, इसके बावजूद इस महीने गुमशुदा होने की सूचनाएं अप्रैल से अधिक रही। मई माह में पूरे प्रदेश से 1,993 लोगों के गुम होने या रास्ता भटकने की सूचना यूपी-112 को मिली। जून महीने में मई की अपेक्षा अधिक सूचनाएं आयी। जून में कुल 2455 लोगों को पीआरवी ने परिजनों से मिलवाने में सफलता प्राप्त की। जुलाई महीने के शुरूआती आठ दिनों में 681 सूचनाएं यूपी-112 को मिली थी।

पीआरवी कर्मियों को मिला सम्मान

बदायूं, जौनपुर, चित्रकूट, झांसी, चंदौली, मुरादाबाद और अम्बेडकरनगर सहित प्रदेश के कई जिलों में पीआरवी कर्मियों ने तत्परता और सूझबूझ का परिचय देते हुए बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को सकुशल उनके परिजनों से मिलवाया है। मानवता की मिशाल कायम करने वाले इन पुलिस कर्मियों को 112 मुख्यालय के पुलिस अधीक्षक प्रशासन की ओर से ‘पीआरवी ऑफ द डे’ देकर सम्मानित किया गया है।

कोरोना काल में दिखा मानवीय चेहरा

इसमें कोई दोराय की बात नहीं है। जब से उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का कहर बढ़ने लगा है। यूपी डायल 112 का मानवीय चेहरा देखने को मिल रहा है। सिर्फ एक काॅल पर यूपी डायल 112 मौके पर पहुंचकर लोगों की सेवा में लगी हुई है। यूपी डायल 112 इस आपदा में कानून-व्यवस्था और लॉकडाउन का पालन करवाने के साथ ही प्रदेश के लोगों को सहायता पहुंचाने का भी कार्य कर रहा है।

घर-घर तक पहुंचाया जरुरी सामान

यूपी डायल 112 द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार 1 अप्रैल 2021 से तक 112 की पीआरवी ने प्रदेशभर में 7,43,556 जरुरतमंद लोगों को आपात सहायता पहुंचाया है। इसी क्रम मे कालाबाजारी करने वालों पर अंकुश लगाने के लिए डायल 112 ने पूरे प्रदेश मे अभियान शुरू किया है। बाजार, अस्पताल, मेडिकल स्टोर या कही और आप से कोई व्यक्ति अगर निर्धारित मूल्य से अधिक किसी वस्तु की कीमत मांग रहा है, तो आप तत्काल हेल्पलाइन नंबर 112 पर कॉल करके या सोशल मीडिया के अन्य माध्यमों से सूचना देकर सहायता ले सकते हैं।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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