विद्युत विभाग: एक औऱ घोटाले का खुलासा:4 किलोमीटर नहीं बिछाई अंडरग्राउंड केबिल:रिकार्ड में केबिल बिछाने का काम पूरा:हो गया भुगतान

वाराणासी 27 जुलाई:प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र औऱ वाराणासी के महत्ता को देखते हुए वाराणासी शहर मे IPDS केंद्रीय योजना औऱ मा०मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद शहर वाराणासी की बिजली व्यवस्था विश्वस्तरीय औऱ ट्रिपिंगविहीन बनाने की तमाम योजनाओं के तहत कार्य पिछले कई वर्षों में हुए परन्तु वाराणासी की बिजली व्यस्त जस के तस ही है जिसका उदाहरण पिछले दिनों में देखा गया है।
योजनाओं में भ्रष्टाचार की देन बदहाल व्यवस्था
वाराणासी शहर में इंटीग्रेटेड पावर डेवलपमेंट स्कीम(IPDS) योजना में भ्रष्टाचार के खुलासे के बाद अब निर्माण खंड-द्वितीय के एक औऱ भ्रष्टाचार का खुलाशा हुआ। मछोदरी और मैदागिन उपकेंद्र सहित 4 उपकेन्द्रो को कज्जाकपुरा (132 केवी) उपकेंद्र से जोड़ने के लिए अंडरग्राउंड केबिल डाला जाना था। ठेकेदार के द्वारा केबल डालने का कार्य पूर्ण कर दिया और निर्माण खंड ने भुगतान भी कर दिया।
निर्माण खण्ड का केबल बिछाने का दावा धरा का धरा रहा गया
सर्वे में सामने आया कि केबिल बिछाई ही नहीं गई थी। नवनिर्मित उपकेंद्र के पास सिर्फ पोल और केबिल टांग कर छोड़ दिया गया था। जबकि पिछले दो महीने से निर्माण खंड के अधिकारियों द्वारा वितरण के अधिकारियों को अंधेर में रखा गया था। पूछताछ करने पर हर बार केबिल बिछाने का दावा करते रहे। अभियंताओं की इस भ्रष्टाचार से कज्जाकपुरा (132 केवी) उपकेंद्र से मछोदरी और मैदागिन उपकेंद्र को जोड़ने का मामला अटक गया है औऱ आम जनता ने भीषण गर्मी में बिजली व्यवस्था डामाडोल हो गई।
उच्च अधिकारियों की पूछताछ, निर्माण खण्ड में खलबली, रूट सर्वे में निर्माण खंड के अभियंताओं की खुली पोल
वितरण के अधिकारी मंगलवार को लाइन बिछाने का रूट सर्वे करने पहुंचे गए। मौका-मुआयना किया गया तो सच्चाई सामने आ गई। उपकेंद्रों को जोड़ने के लिए केबिल बिछाई ही नहीं गई थी।
फसने पर अभियंताओ ने आननफानन में बना कर भेजा नया प्रपोजल
मामला गंभीर होते देखे अफसरों ने आनन-फानन में लगभग चार किलोमीटर केबिल बिछाने का प्रपोजल भेज दिया अब देखना होगा की नये प्रपोजल के लिए कितना धन खर्च होता है औऱ फर्जी अंडरग्राउंड केबल के भुगतान पर क्या कार्यवाही होती है।उपकेंद्रों को जोड़ने का समय नजदीक आने पर छानबीन की गई तो पूरा मामला खुलकर सामने आ गया। अभियंता अपनी गर्दन बचाने के लिए प्रपोजल बनाकर भेजा है।
4 किलो मीटर अंडरग्राउंड केबल नही डाली,रिकार्ड में केबिल बिछाने का काम पूरा:मछोदरी और मैदागिन उपकेंद्र को जोड़ने वाली अंडरग्राउंड केबिल बिछाने मे हुआ खेला
वाराणासी शहर को निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए सरकार की मंशानुरूप कज्जाकपुरा (132 केवी) उपकेंद्र का निर्माण लगभग पूरा हो गया है। इस उपकेद्र से पहले चरण में अलईपुरा (कज्जाकपुरा), आईडीएच, मछोदरी और मैदागिन उपकेंद्रों को बिजली देने की योजना है। अलईपुरा और आईडीएच उपकेंद्र की लाइन तो बिछा दी गई है। लेकिन, मछोदरी और मैदागिन उपकेंद्र को जोड़ने वाली अंडरग्राउंड केबिल बिछाने में खेल किया गया। दोनों उपकेंद्रों को जोड़ने के लिए कज्जाकपुरा मोड़ तक लगभग चार किलो मीटर केबिल बिछाई ही नही गई। जबकि, रिकार्ड में केबिल बिछाने का काम पूरा दिखाया गया है। उपकेंद्रों को जोड़ने का समय नजदीक आने पर छानबीन की गई तो पूरा मामला खुलकर सामने आ गया। अभियंता अपनी गर्दन बचाने के लिए प्रपोजल बनाकर भेजा है।
पड़ताल जारी है………….