पूर्वांचल

हाय हाय पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम चीफ प्रशासन सहित आधा दर्जन अधिकारियों को गेस्ट हाउस खाली करने का फरमान

वाराणसी 17 अगस्त: पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में इन दिनों भ्रष्टाचारियो के उल्टे सीधे आदेश पर प्रबन्धन पूरी तरह बेखबर नजर आ रहा है *जिसका उदाहरण विभाग के जानपद (सिविल) के एक आदेश जारी करने से साफ देखने को मिल रहा है जिसमे डिस्कॉम के चीफ प्रशासन सहित आधा दर्जन अधिकारियों को गेस्ट हाउस खाली करने का फरमान जारी किया गया यह वही सिविल डिवीजन है जिसके भ्रस्टाचार की गूंज डिस्कॉम मुख्यालय से लेकर शक्तिभवन सहित मा०लोकायुक्त उ प्र की अदालत में जांच के लिए विचाराधीन है पर यहाँ के सबसे बड़े भ्रष्टाचारी की हुकमत और फरमान के आगे सभी आदेशो छोटे पड़ते नजर आते हैं नियमो की धज्जियां उड़ाते हुए यहाँ के एक रूप दो स्वरूप के रूप में काम करने वाले भ्रष्टाचारी अधीक्षण अभियंता के आगे सभी नतमस्तक है अनेको आरोप पत्र जारी होने के बावजूद डिस्कॉम प्रबन्धन गांधी जी तीन बंदरो की भूमिका में नजर आता है जबकि स्वयं यहा के अधीक्षण अभियंता निदेशक स्तर के बंगले सारे नियमो की धज्जियां उड़ाते हुए कायम है सवाल उठना स्वाभाविक है अगर बात नियम की है तो कटेगरी के अनुसार सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियो के आवास आवंटन की कार्पोरेशन द्वारा कटेगरी का निर्धारण किया गया है और उसी के अनुशार उनके पैनल रेन्ट काटने की व्यवस्था भी की गयी है तो यहा के अधीक्षण अभियंता जिस कटेगरी में आते है उसी कटेगरी का आवास उनको आवंटित होना चाहिए परन्तु वह निदेशक के कटेरगी के आवास में रहते हैं और पैनलरेंट अधीक्षण अभियंता कटेगरी का कटवाते है आखिर क्यों ?

क्या पूर्वांचल प्रबन्धन इस जांच को कराने से कतरा रहा है या भ्रष्टाचारियो के मजबूत संगठन के आगे नतमस्तक है हद तो तब हुवी जब इनके द्वारा चीफ प्रशासन सहित आधा दर्जन अधिकारियों को गेस्ट हाउस खाली करने का फरमान जारी किया और कारण के तौर पर यह दर्शाया गया कि गेस्ट हाउस में बाहर से आने वाले लोगो के लिए गेस्ट हाउस में कमरे के आवंटन मे असुविधा होना बताया गया है इस तरह की कार्यवाही से एक बात तो साफ है कि यह *गेस्ट हाउस खाली कराने के पीछे कही भ्रष्टाचारियो द्वारा कही कोई साजिश तो नही जो विगत दो दिन से इस कार्यवाही डिस्कॉम मे लगे हुए है कही इसके पीछे ईमानदार छवी को कायम रखने वाले ऐडमिन से शक्तिभवन द्वरा भ्रष्टाचारियो की जांच आख्या मागे जाने पर शक्ति भवन को भेजना तो नही है । खैर

 

युद्ध अभी शेष है

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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