एक झलक

अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के तत्वावधान में महाराणा प्रताप जयन्ती समारोह संपन्न

लखनऊ 10मई: अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के तत्वावधान में महाराणा प्रताप जयन्ती समारोह प्रात: हुसेनगंज स्थित महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर बाजे – गाजे के साथ माल्यार्पण सेे आरंभ हुआ। सर्व प्रथम लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया तदोपरान्तं अनेक गणमान्य लोगो द्वारा माल्यार्पण किया गया।

अपराहन 1 बजे अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्र्रम का प्रारम्भ मे अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के पदाधिकारियो ने ज्योति प्रज्वलित कर भगवान राम एवं महाराणा प्रताप की फोटो पर माल्यार्पण किया तदोपरान्त गणमान्य व्यक्तियो, साहित्यकारो, पत्रकारो सहित अनेक लोगो ने युग पुरूष महाराणा प्रताप के आदर्शाे एवं त्याग पर प्रकाश डाला तथा उनके राष्ट्र प्रेम से सीख लेने के लिए प्रेरित किया।

अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय महामंन्त्री ठाकुर आर0 के0 सिंह ने कहा कि ‘ क्षत्रिय ’ कोई जाति नही है वल्कि एक विचार है जो अपना सर्वस्व न्यौछावर कर अपने स्वाभिमान की रक्षा करते हुए अत्याचार एवं अन्याय न सहन करने वाली जीवन शैली है।महाराणा प्रताप स्वाभिमान एवं शौर्य के प्रतीक थे ,अपने समाज के गौरवशाली इतिहास की परम्परानुसार शौर्य ,अदम्य , साहस एवं वीरता के प्रतीक महाराणा प्रताप के आदर्शाे एवं स्वाभिमान से प्रेरणा लेकर राष्ट्र के निर्माण मे कार्य करना चाहिए। श्रीमती बबीता सिंह ने समाज मे मानवीय, नैतिक एवं जीवन मूल्यो के गिरते स्तर पर गहरी चिन्ता ब्यक्त करते हुए समाज एवं राष्ट्र के निर्माण के लिए महाराणा प्रताप के आदर्शाे से प्रेरणा लेकर ई मानदारी से कार्य करने का आहृााहन किया।

नव निर्वाचित एम0एल0सी0 अंगदसिंह ने कहा कि स्वाभिमान एवं स्वतंत्रता के प्रतीक वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के व्यक्तित्व से पे्ररणा लेकर देशवासियो को राष्ट्र निर्माण हेतु कार्य करना होगा। कार्यक्रम अध्यक्ष के रूप मे बोलते हुए ठाकुर उमाशंकर सिंह ने कहा कि क्षत्रिय हमेशा से बसुधैव कुटुम्बकम की भावना से सभी समाज को साथ लेकर चला है। प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर प्रदीप सिंह ने समाज से संगठित होकर समाज मेे व्याप्त बुराइयांे को दूर करने की अपील की।कार्यक्रम को उपाध्यक्ष ठाकुर बी0 बी0 सिंह , ठाकुर निमिस सिंह बिसेन, पत्रकार नैमिष प्रताप सिंह आदि ने सम्बोधित किया।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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