एक झलक

अतीक अहमद के पुश्तैनी घर को पुलिस के खौफ से छोड़कर फरार हुए नौकर,भूख से तड़प-तड़प कर दो कुत्तों हुई मौत

प्रयागराज11मार्च: बाहुबली पूर्व सांसद माफिया अतीक अहमद के चकिया स्थित पुराने बंगले की रखवाली के लिए विदेशी नस्ल के 5 कुत्ताें काे पाल रखा था. माफिया और उसके करीबियाें के जेल जाने के बाद अब इन कुत्ताें काे समय पर खाना-पानी नहीं मिल पा रहा है. शुक्रवार काे इन कुत्तों में से फीमेल डॉग ब्रूनो की मौत हाे गई थी. वहीं शनिवार काे एक और कुत्ते टाइगर ने भी दम ताेड़ दिया. इसके बाद जानकारी मिलने पर नगर निगम के साथ ही एनजीओ की टीम भी मौके पर पहुंच गई.। अतीक अहमद ने पुराने बंगले की रखवाली के लिए विदेशी नस्ल के 5 कुत्ताें काे पाल रखा था. माफिया और उसके करीबियाें के जेल जाने के बाद अब इन कुत्ताें काे समय पर खाना-पानी नहीं मिल पा रहा है. जिसके कारण दो कुत्ते की मौत हो गई। अभी तीन कुत्ते बचे हैं उनकी भी हालत बहुत ही दयनीय है।
लगातार दो दिनों में दो कुत्तों की मौत के बाद प्रयागराज नगर निगम प्रशासन जागा. शनिवार काे नगर निगम की कांजी हाउस की टीम एवं पशुधन अधिकारी विजय अमृतराज अतीक अहमद के आवास पर पहुंचे. उन्होंने कुत्तों की कस्टडी लेने के लिए स्थानीय पुलिस से संपर्क साधा. इस दौरान नगर निगम की टीम ने स्थानीय लोगों की सहायता से कुत्तों के लिए दूध, ब्रेड और पानी की व्यवस्था की. नगर निगम के पशुधन अधिकारी का कहना है चाहे कोई भी जानवर हो, किसी का भी हाे, अगर उन्हें पालन-पोषण की जरूरत है तो पशुधन विभाग की टीम सदैव तत्पर है. टीम इन कुत्तों काे कांजी हाउस ले जाकर देखभाल करेगी. टीम के पहुंचने पर आसपास के लाेग भी पहुंच गए. पुलिस भी मौके पर पहुंच गई.बता दें कि सांसद अतीक अहमद के ऊपर हुई कार्रवाई के बाद से स्थानीय लोग भी इन कुत्तों से दूर हो गए हैं. इनकी देखभाल के लिए लगाए कर्मचारी भी अब नहीं आते हैं. एक दौर में इन कुत्तों की शान थी. आवास पर दिवंगत पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव भी इन कुत्तों से हाथ मिला चुके हैं. आज नगर निगम की टीम के पहुंचने पर जिंदा बचे 3 कुत्तों काे नया जीवन मिलने की उम्मीद जगी है. इन कुत्तों को बचाने के लिए इनके इलाज और अडॉप्शन में भेजने की तैयारी है. ये कुत्ते ग्रेट डेन नस्ल के हैं.
पशुधन अधिकारी ने बताया कि इन कुत्तों का पहले चेकअप किया जाएगा. जिनकी डेथ हो गई है, उनका पोस्टमार्टम कराया जाएगा कि आखिरकार उनकी मौत कैसे हुई. एनजीओ रक्षा की कार्यकर्ता वंशिका गुप्ता का कहना है कि आशंका है कि इनकी मौत डाइट के हिसाब से खाना-पानी न मिलने के कारण हुई है, संभावना है कि ये कुत्ते किसी बीमारी से भी पीड़ित हाे सकते।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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