एक झलक

उत्तर प्रदेश ,इन 14 शहरों में दौड़ेगी 700 इलेक्ट्रिक बसें, जानिए क्या होगा खास और पूरा प्रोजेक्ट

लखनऊ22जुलाई:उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार बढ़ते प्रदूषण को कम करने और पर्यावरण में सुधार के लिए लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर और वाराणसी समेत प्रदेश के 14 शहरों में इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू करने जा रही है। राज्य के नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने एसी इलेक्ट्रिक बसों के ट्रायल रन का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों को यात्रा की सुविधा के लिए इन बसों का किराया साधारण बसों के बराबर रखा गया है। सरकार नगरीय परिवहन सेवाओं को आधुनिक बनाने के साथ ही यात्रियों को सुविधाजनक सफर मुहैया कराने के प्रयास तेजी से कर रही है।

सरकार की यह योजना प्रदेश के 14 प्रमुख शहरों में 700 इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की है। इसके लिए नगरीय परिवहन निदेशालय के अधिकारियों की ओर से काम को तेज गति से पूरा किया जा रहा है। लखनऊ में इन बसों का एक माह के लिए ट्रायल शुरू कर दिया गया। नगर विकास निदेशालय के संयुक्त सचिव अजीत सिंह के मुताबिक मंडलायुक्त की बैठक में प्रस्ताव पास होने के बाद शीघ्र ही इलेक्ट्रिक बसों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। इलेक्ट्रिक बसें अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस और आरामदायक होंगी।

अन्य प्रदेशों की तुलना में इतनी बड़ी संख्या में इलेक्ट्रिक बसों का संचालन करने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य होगा। प्रदेश सरकार की ओर से इलेक्ट्रिक बसों की संचालन की योजना में 965 करोड़ों की लागत आई है। यह बसें वातानुकूलित, ध्वनि एवं वायु प्रदूषण से मुक्त होंगे। प्रदेश के जिन चौदह शहरों में फर्राटा भरेंगी इलेक्ट्रिक बसें। इनमें लखनऊ, कानपुर, आगरा, प्रयागराज, वाराणसी, गाजियाबाद, मेरठ, मथुरा-वृंदावन, मुरादाबाद, अलीगढ़, बरेली, शाहजहांपुर, गोरखपुर और झांसी में इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जाएगा।

इन शहरों में होगा संचालन

लखनऊ में 100

कानपुर में 100

आगरा में 100

प्रयागराज में 50

वाराणसी में 50

गाजियाबाद में 50

मथुरा-वृंदावन में 50

मेरठ में 50

मुरादाबाद में 25

अलीगढ़ में 25

बरेली में 25

शाहजहांपुर में 25

गोरखपुर में 25

झांसी में 25

 

इलेक्ट्रिक बसों की खासियत

वातानुकूलित और आरामदायक बसें

ध्वनि एवं वायु प्रदूषण से मुक्त

बसों में पैनिक बटन होंगे

एलईडी स्क्रीन लगा होगा

अत्याधुनिक तकनीक से चलेंगी

लाइव ट्रैकिंग की जा सकेगी

सीसीटीवी कैमरे से बस और यात्रियों की निगरानी हो सकेगी ।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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