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उमेश पाल हत्याकांड: शूटरों के साथ दिखी अतीक की पत्नी शाइस्ता, पुलिस ने किया सीसीटीवी फुटेज बरामद, पत्नी परभी 25हजार का इनाम घोषित

प्रयागराज12मार्च :उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में धूमनगंज थाने से लगभग 200 मीटर की दूरी पर ताबड़तोड़ गोलियां और बम बरसाकर उमेश पाल और उनके दोनों सुरक्षाकर्मी की 24 फरवरी की शाम हत्या कर दी गई थी।हत्याकांड हुए दो सप्ताह का समय बीत चुका है।पुलिस ने अभी तक हत्याकांड में शामिल दो अपराधियों को मुठभेड़ में मार गिराया है।पुलिस अब बड़ी कार्रवाई की तैयारी में लगी हुई है।पुलिस और एसटीएफ की टीम को पूर्व सांसद अतीक अहमद की पत्नी का एक सीसीटीवी वीडियो हाथ लगा है। वीडियो में शाइस्ता परवीन उमेश पाल के शूटर के साथ दिखाई दे रही है।बता दें कि यह वीडियो उमेश पाल हत्याकांड से पांच दिन पहले का बताया जा रहा है।

शूटर के साथ दिखी शाइस्ता

पुलिस के हाथ लगे सीसीटीवी वीडियो में दिखाई दे रहा है कि शाइस्ता परवीन अतीक गैंग के शूटर बल्ली उर्फ सुधांशु के घर नीवा पहुंची थी।सुधांशु भी सीटीटीवी में शाइस्ता के साथ दिखाई दे रहा है।अतीक का शूटर बल्ली उर्फ सुधांशु धूमनगंज थाना क्षेत्र के नीवा गांव का रहने वाला है।अतीक के अकाउंटेंट असाद के साथ प्रॉपर्टी का पूरा काम देखता है। पुलिस और एसटीएफ की टीमें शूटर बल्ली और असद की तलाश में जुटी हैं। इस वीडियो में शाइस्ता के साथ शूटर साबिर नजर आ रहा है।

फरार शाइस्ता परवीन पर भी ईनाम हुआ घोषित

प्रयागराज पुलिस ने शाइस्ता परवीन पर 25 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया शाइस्ता इस केस में नामजद आरोपी हैं
शाइस्ता की तलाश में पुलिस लगातार कर रही है छापेमारी वारदात में शामिल शूटर साबिर के साथ सीसीटीवी सामने आने के बाद पुलिस ने शाइस्ता पर किया ईनाम घोषित शाइस्ता के अलावा वारदात में शामिल 5 शूटरों पर ढाई ढाई लाख रुपए का ईनाम घोषित है
बरहाल शाइस्ता फरार है, लेकिन बरेली जेल में बंद अतीक के भाई अशरफ के दो गुर्गे राशिद और फुरकान को शुक्रवार को बरेली एस‌आईटी और बिथरी चैनपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों बिना पर्ची और आईडी के जेल में अतीक के भाई पूर्व विधायक अशरफ से मिलते थे। पूछताछ में पता चला कि जेल के गेट से लेकर अंदर तक कोई रोकता नहीं था। इससे पहले 7 मार्च को बरेली जेल के सिपाही शिवहरि और मददगार दयाराम उर्फ नन्हे को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

अशरफ को गुर्गों से मिलवाता था सिपाही

सिपाही बिना पर्ची अशरफ से उसके गुर्गों को मिलवाता था। बरेली जेल से ही अशरफ ने वॉट्सऐप कॉल भी की थी,इसकी जानकारी प्रयागराज में पकड़े गए आरोपी के मोबाइल से हुई थी। दोनों से पूछताछ में पता चला था कि बरेली जेल में बंद अतीक के भाई अशरफ से सप्ताह में तीन बार गुर्गे मिलने जाते थे। एक मुलाकात दो घंटे तक चलती थी।फरार अपराधियों की तलाश में पुलिस की अलग-अलग टीमें लगाई गईं हैं। पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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