कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर बिहार के इस घाट पर लगता है भूतों का मेला
पटना 19नवंबर:आज देश भर में कार्तिक पूर्णिमा है। इस मौके पर लोग गंगा नदी में जाकर आस्था की डूबकी लगाते हैं। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्थान करने से व्यक्ति को हर मोक्ष से प्राप्ति हो जाती है और गंगा किनारे दीप जलाने से स्वस्थ जीवन मिलता है।
लेकिन बिहार के हाजीपुर के कोनहारा घाट पर कार्तिक पूर्णिमा की संध्या पर भूतों का मेला लगता है। यहां गंगा और गंड़क नदी का संगम होता है। पूर्णिमा के मौके पर यहां लाखों लोगों की भीड़ होती है। तांत्रिक बुरी आत्माओं को शुद्ध करते हैं। तांत्रिक दावा करते हैं कि कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान कराकर नए भक्त को सिद्ध किया जाता है।
तांत्रिक कहते हैं यहां बहुत बड़े-बड़े लोग आ चुके हैं, जिनकी आत्माओं को उन्होंने सिद्ध किया है। लोग स्वस्थ होकर अपने घर जाते हैं। जिदंगी खुशहाल बन जाती है।
आपको बता दें कि कौनहारा एक ऐतिहासिक घाट है। कहते हैं कि इस घाट पर स्वयं भगवान विष्णु ने अवतार लिया था। इसी घाट पर गज और ग्राह की लड़ाई हुई थी, जिसमें ग्राह गज को पानी में खींच कर डुबो रहा था। तभी गज ने भगवान विष्णु को याद किया और प्रार्थना की तो भगवान विष्णु ने गज की रक्षा करने के लिए अवतार लिया और गज और ग्राह की लड़ाई को खत्म किया। तब से हाजीपुर का ये घाट कोनहारा घाट के नाम से विख्यात हो गया।