पूर्वांचल

काशी में मंगलवार से होगा अन्तरराष्ट्रीय हॉट एयर बैलूनिंग एंड बोट रेसिंग फेस्टिवल का आयोजन

वाराणसी16 जनवरी:उत्तर वाहिनी गंगा में पर्यटक अब जल क्रीड़ा का भी आनंद ले सकेंगे। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अंतरराष्ट्रीय हॉट एयर बैलूनिंग एंड बोट रेसिंग फेस्टिवल का आयोजन करने जा रही है, जिसे काशी बैलून एंड बोट फेस्टिवल का नाम दिया गया। इस मौके पर शंघाई सहयोग संगठन के सस्दस्य भी वाराणसी में मौजूद रहेंगे, जो काशी की समृद्ध विरासत को आसमान से निहार सकेंगे। काशी को आध्यात्मिक, धर्म और सांस्कृतिक विरासत के कारण शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन में एक साल के लिए सांस्कृतिक और पर्यटन की राजधानी के रूप में घोषित किया जा चुका है।

इतिहास से भी प्राचीन काशी अपनी समृद्ध विरासत के कारण पूरी दुनिया में जानी जाती है। भारत की संस्कृति, धर्म और अध्यात्म के प्रति पूरी दुनिया आकर्षित होती रही है। यही कारण है जिससे शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन में काशी को एक साल के लिए सांस्कृतिक और पर्यटन की राजधानी के रूप में घोषित किया गया है। काशी सितंबर 2022 से सितंबर 2023 तक एक साल के लिए देश का प्रतिनिधित्व करेगी। एससीओ संगठन के सदस्यों को 17 से 20 से जनवरी तक आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय हॉट बैलूनिंग एयर बैलूनिंग एंड बोट रेसिंग फेस्टिवल का भी आनंद लेंगे। साथ ही काशी की संस्कृति, धर्म और अध्यात्म की विरासत को भी देखंगे। एससीओ प्रतिनिधि इसके पहले रामनगर की विश्वप्रसिद्ध रामलीला, देवदीपावली और ट्रेवेलर राइटर्स कॉन्क्लेव में शामिल हो चुके हैं।

केरल के एक्सपर्ट दे रहे नौका चलकों को प्रशिक्षण

उप निदेशक पर्यटन प्रीति श्रीवास्तव ने बताया कि एससीओ प्रतिनिधिमंडल की राष्ट्रिय समन्वयक बैठक काशी में आयोजित हो रही है। जिसमे किर्गिस्तान, कज़ाकिस्तान, रूस, ताज़िकिस्तान उज्बेकिस्तान, भारत के प्रतिनिधि वाराणसी में होंगे। जबकि पाकिस्तान और चीन के प्रतिनिधि वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ेंगे। इसी दौरान 17 से 20 जनवरी तक काशी बैलून व बोट फेस्टिवल आयोजन हो रहा है। नौका दौड़ दशाश्वमेध घाट से राजघाट तक 3 किलोमीटर तक होगा। जिसमे प्रथम विजेता को 1 लाख, द्वितीय को 50 हज़ार और तृतीय को 25 हज़ार का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। नौका दौड़ में 12 टीमें भाग ले रही हैं। जिसमे हर नाव पर 5 चालक सवार होंगे। केरल से आये एक्सपर्ट इनको प्रशिक्षण दे रहे है। 4 दिनों की नौका दौड़ में पॉइंट्स के आधार विजेता घोषित किया जायेगा। सभी प्रतिभागी को सर्टिफिकेट व ट्राफी के अलावा अन्य पुरस्कार दिया जाएगा।

हॉट एयर बैलून से काशी को निहारेंगे पर्यटक

इसके साथ ही पर्यटकों के लिए 10 हॉट एयर बैलून भी उड़ेगा, जिसमे वे उड़ान भर कर काशी की समृद्ध विरासत को आसमान से निहार सकेंगे। एक भारतीय और अन्य विदेशी पायलट 3 जगहों डोमरी, सेंट्रल बॉयज स्कूल और एम्फी थियेटर बीएचयू से उड़ान भरेंगे। साथ ही टीथर्ड (Tethered) फ्लाइट का भी आयोजन होगा। जिसमे सवार होकर पर्यटक एक निश्चित ऊंचाई तक हॉट बैलून में उड़ेंगे और काशी की चमकती काया को रात में भी देख सकेंगे। 4 दिनों के इस फेस्टिवल में फोटो ग्राफी प्रदर्शनी, राजघाट घाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन होगा। साथ ही कला एवं चित्रकला प्रतियोगिताओं की एक श्रृंखला भी आयोजित की जा रही है।

2014 से लेकर 2022 तक पिछले आठ सालो में मोदी-योगी की सरकार ने जिस तरह से काशी का कायाकल्प किया है। उसका परिणाम है की काशी संस्कृति, धर्म और अध्यात्म नई वैश्विक पहचान बनती जा रही है, जिसका सबसे ज़्यादा लाभ पर्यटन उद्योग को मिल रहा है।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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