जज के चैंबर में घुसकर थानेदार और दरोगा ने जज पर तानी पिस्टल
मधुबनी18नवंबर: झंझारपुर के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम अविनाश कुमार (ADJ ) पर हमला हुआ है. हमला करने का आरोप बिहार पुलिस के दो अधिकारियों पर लगा है. अधिवक्ताओं की मानें तो हाल के दिनों में जज (Judge) ने जिले के एसपी (SP) सहित कई पुलिस अधिकारियों पर लापरवाही बरतने को लेकर सख्त टिप्पणी की थी. गुरुवार को जिले के घोघरडीहा थाना के थाना प्रभारी गोपाल प्रसाद सहित दो पुलिस अधिकारियों ने जज के चेंबर में घुसकर उन हमला किया.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जज पर पिस्टल भी ताना गया. शोर-शराबा सुनकर कोर्ट के वकील जज के चेंबर की ओर दौड़े तो उनकी जान किसी तरह बची. बाद में वकीलों ने दोनों पुलिसवालों को कोर्ट परिसर में बंधक बना लिया. बता दें कि बिहार पुलिस की गुंडई के शिकार बने ये वही जज हैं, जिन्होंने हाल के दिनों में मधुबनी के एसपी डॉ सत्यप्रकाश को कानून की जानकारी न होने पर ट्रेनिंग के लिए भेजने की बात की थी.
घटना पर वकीलों ने मीडिया से बात करते हुए कहा, एडीजे प्रथम अविनाश कुमार के चेंबर में शोर शराबा होते सुना. अंदर से जोर-जोर से आवाज सुनकर कई वकील जज साहब के चेंबर की ओर दौड़े. उन्होंने देखा कि दो वर्दीधारी हाथों में पिस्टल लिए जज साहब को भद्दी-भद्दी गालियां दे रहा है. उनके साथ मारपीट भी किया गया. जज साहब पुलिसवालों के हमले से काफी सदमे में आ गए थे. जज के कर्मचारियों के साथ भी पुलिसवालों ने मारपीट की.
एक वकील ने कहा कि दो बजे के आस-पास जज साहब अपने कमरे में काम कर रहे थे. अचानक ही बिहार पुलिस के दो पदाधिकारी कोर्ट में घुसे. उनमें से एक घोघरडीहा थाने के थानेदार गोपाल कृष्ण और एक एएसआई अभिमन्यु कुमार बताया जा रहा है. घुसते ही दोनों ने जज के साथ गाली-गलौज करना शुरू कर दिया.
वकीलों के मुताबिक, थानेदार बोल रहा था कि तुम्हारी हैसियत कैसे हो गई कि एसपी के खिलाफ लिखने की. पुलिसकर्मी अभिमन्यु कुमार जज पर पिस्टल ताने हुआ था और जज का कर्मचारी पुलिसकर्मी से पिस्टल छीनने की कोशिश कर रहा था. इसी दौरान दोनों पुलिसवाले ने जज के कर्मचारी को मारा
गौरतलब है कि एडीजे प्रथम अविनाश कुमार ने हाल ही में एक नाबालिग लड़की के अपहरण मामले में पुलिस की ओर से सही धारा न लगाने पर जिले के एसपी को फटकार लगाई थी. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो एडीजे ने मधुबनी के एसपी डॉ सत्य प्रकाश के खिलाफ डीजीपी, होम मिनिस्ट्री, राज्य और केंद्र सरकार को खत लिखा था.हालांकि गुरुवार की घटना के बाद एडीजे अविनाश कुमार के शिकायत पर दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है. मामले पर कोई पुलिस पदाधिकारी बोलने से कतरा रहे हैं, लेकिन इस घटना ने बिहार पुलिस के साख को गहरा धब्बा दे दिया है, जिसकी गूंज अगले कुछ दिनों तक बिहार ही नहीं पूरे देश में सुनाई देगी और नीतीश कुमार के सुशासन पर भी सवाल उठेंगे.