पूर्वांचल

जीवन जीने की कला सिखाती है, भागवत कथा- संजय कृष्ण

वाराणसी04 जनवरी: भारत भारती परिषद की ओर से आज आसभैरव स्थित अग्रवाल भवन में चल रही श्रीमद्भागवत सप्ताह संगीतमय भक्ति रस धारा के दूसरे दिन बुधवार को वृंदावन से पधारे भागवत कथा मर्मज्ञ पंडित संजय भैया जी ने भागवत कथा के महत्व की व्याख्या की, कहा कि भागवत मृत्यु का सिंगार है, हर मानव सोचता है कि मृत्यु के बाद क्या होगा मोक्ष मिलेगा कि नहीं? भागवत मोक्ष की पक्की गारंटी तो देता ही है, साथ ही वर्तमान जीवन जीने की कला भी सिखाता है, भागवत जीवन के आनंद से ओतप्रोत कर देता है, जो लोग भगवान श्री हरि से विमुख हो, उनका त्याग कर देना चाहिए, धुंधकारी भागवत कथा से ही मुक्ति मिली, उन्होंने भागवत कथा का मनन किया था, भागवत कथा के श्रवण के साथ ही मनन करना चाहिए, सभी में भगवान आत्मा के रूप में निवास करते हैं
कथा में भारत भारती परिषद के अध्यक्ष अशोक बल्लभ दास ने व्यासपीठ पर विराजमान संजय कृष्ण भैया जी एवं सभी वैष्णवजनों का स्वागत किया।
संयोजक दीपक अग्रवाल ने कहा कि परिषद विगत 51 वर्षों से भागवत व रामायण का बच्चों में संस्कार डालने का प्रयास कर रहा है।
कथा में अशोक बल्लभ दास, दीपक अग्रवाल, डॉक्टर जय शंकर जय, किशन जयसवाल, राकेश तिवारी, रचना अग्रवाल, मुदित अग्रवाल, आलोक अग्रवाल,दिनेश यादव शीतल यादव, मुकंद लाल समेत काफी लोग मौजूद थे।

 

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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