ज्ञानवापी मस्जिद की सर्वे रिपोर्ट पेश, हुआ ये बड़ा खुलासा
वाराणसी19मई:पूर्व कोर्ट कमिश्नर अजय कुमार मिश्र ने 6 और 7 मई को हुई कमीशन की कार्यवाही का ब्योरा सिविल जज (सीनियर डिवीजन) की कोर्ट में पेश कर दिया। अदालत ने दो पेज की रिपोर्ट को रिकॉर्ड में ले लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स में इसको लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि अजय मिश्र ने कोर्ट के सामने जो रिपोर्ट पेश की है उसमें हिंदू आस्था से जुड़े कई निशान और प्रमाण मिले हैं। सूत्रों के मुताबिक, ज्ञानवापी परिसर में टूटी हुई मूर्तियां, मंदिर के अवशेष और कमल का फूल दिखा है।
सर्वे के दौरान ये कलाकृतियां मस्जिद की दीवार के उत्तर से पश्चिम तक बनी हुई दिखाई दी है और वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी में भी इसके प्रमाण साफ तौर पर दर्ज किए गए हैं। अजय मिश्रा ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि 6 मई को सर्वे के दौरान एक कलाकृति मूर्ति के रूप में प्रतीत हो रही है जिस पर सिंदूर का लेप लगा हुआ है। इस मूर्ति के आगे दीप जलाने के लिए एक ताखा भी बना हुआ है। मस्जिद की शिला पर ऐसी कुल 4 मूर्तियां हैं और यह दावा चौथे मूर्ति के लिए है।
तत्कालीन अधिवक्ता आयुक्त अजय कुमार मिश्रा ने अपनी रिपोर्ट में सात मई को हुई कमीशन की कार्यवाही में प्रतिवादी प्रदेश सरकार, जिलाधिकारी व पुलिस आयुक्त्त पर असहयोग का आरोप लगाया है। उन्होंने लिखा है कि सात मई को 100 से ज्यादा मुस्लिम पक्ष बैरिकेड के दूसरी तरफ मौजूद थे, उनके इकट्ठा होने के बाद शासन व पुलिस ने आगे की कार्यवाही में सहयोग करने पर असमर्थता जाहिर की। इसके कारण कमीशन की कार्यवाही मुकम्मल रूप से नहीं की जा सकी।