पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक का भ्रष्टाचार के विरुद्ध सिक्सर, भ्रष्टाचार में लिप्त 2 अधिषासी अभियंताओ समेत 6 अधिकारी/कर्मचारी को किया निलंबित
वाराणसी 27जुलाई:-पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में प्रबंध निदेशक विद्याभूषण द्वारा भ्रष्टाचार में लिप्त कुल 6 अधिकारियो/कर्मचारियों को निलम्बित किया। निदेशक(काo प्रo एवं प्रशo) शेष कुमार बघेल की निष्पक्ष जांच में इस बड़ी कार्यवाही से वाराणसी में भ्रष्टाचार में लिप्त लोगो मे हड़कंप मच गया।
नगरीय विद्युत वितरण खण्ड चतुर्थ के अंतर्गत एक होटल में 61 किलोवाट की विद्युत चोरी पकड़ी गई,जिसमे कुल राजस्व निर्धारण 10406753/=रुपया था,उसको तत्कालीन अधिषासी अभियन्ता ने घटा कर 4216779/=रुपये कर दिया उसके बाद वर्तमान के अभियन्ता ने घटा कर 3248408/=कर दिया।
मौके पर 63 केवीए का अवैध ट्रांसफार्मर पाया गया। राजस्व निर्धारण में एक बाबू औऱ एक लेखाकार को दोषी पाया गया। लगातार विद्युत चोरी होने एस्टिमेट के सापेक्ष दूसरे विद्युतीय तार उपकरण पाये जाने में एक अवर अभियंता औऱ एक सहायक अभियंता दोषी पाए गये। औऱ तो औऱ राजस्व वसूली के लिए भी कोई कार्यवाही नही किये जाने के पूरे मामले में निलंबन की कार्यवाही की गई।सभी को वाराणसी जोन से संबद्ध किया गया।
चोरी को बढ़ाव देने,अनुचित लाभ पहुचाने, विभगीय हितों के रक्षा न करने,विभगीय राजस्व की हानी करने के भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी/कर्मचारी
एक होटल में 14 किलोवाट के विद्युत कनेक्शन पर अलग से केबल डाल कर 61 किलोवाट की विद्युत चोरी अधिषासी अभियन्ता,विद्युत परीक्षण खंड द्वारा पकडी गई, काफी दिनों से चोर की जा रही थी जिसमे नगरीय विद्युत वितरण खंड-चतुर्थ के 2 अधिषासी अभियन्ता,1 अवर अभियंता,1 सहायक अभियंता,1 बाबू,1 सहायक लेखाकार भ्रष्टाचार में लिप्त पाये गए,जिनमे जय कृष्ण, तत्कालीन अधिषासी अभियन्ता,अखिलेश कुमार सिंह,अधिषासी अभियन्ता,अजय कुमार यादव,सहायक अभियन्ता,राजकुमार राम,अवर अभियन्ता,मनीष सोनकर,सहायक लेखाकार औऱ लाल बहादुर वर्मा,कार्यकारी सहायक सभी ने भ्रष्टाचार की पिच पर खेलते हुए होटल की दाल-फ्राइ का जम कर स्वाद चखा।