पेट्रोल डीजल और सस्ती कीमत पर लाना है तो अगले विधानसभा से लेकर लोकसभा तक तगड़े-तगड़े झटके देने पड़ेंगे
4नवम्बर2021
आज सपने में एक बाबा ने दर्शन दिया। बाबा सलवार समीज पहने था और कंधे पर बड़की दीदी की स्टाइल में दुपट्टा ओढ़े था। बाबा एक ऊंचे मंच पर था। वहां पर खूब पब्लिक थी। बाबा कह रहा था कि एक उपचुनाव में छोटे से झटके से पेट्रोल 5 रुपये सस्ता हो गया। इस हिसाब से अगर पेट्रोल 35 रुपये लीटर पर लाना है तो अगले विधानसभा से लेकर लोकसभा तक तगड़े-तगड़े कई झटके देने पड़ेंगे। तभी कल्याण होगा। पब्लिक ने खूब ताली बजाई। लेकिन सपने से बाहर की कहानी इसके ठीक उलट है।
बाबा असली ठग था। अध्यात्म, धर्म, योग, स्वास्थ्य सबकी खिचड़ी बनाकर अपनी चमत्कारी ब्रांडिंग की। फिर उस ब्रांड का सियासी इस्तेमाल किया। थोड़े समय के लिए अर्थशास्त्री बन गया और पब्लिक को 35 रूपये पेट्रोल का लालच दिया। पब्लिक झांसे में आ गई और उसके कहने पर वोट किया। जब अपनी पार्टी की सरकार बन गई तो बाबा को फ्री जमीनें मिलीं, तमाम सरकारी सहयोग मिला। बाबा का व्यवसाय बेतहाशा फैला, हजारों करोड़ का मुनाफा हुआ। पार्टी का भी फायदा, बाबा का भी फायदा।
फिर बाबा अर्थशास्त्री से योगशास्त्री हो गया और बोला- आंख बंद करो, सांस अंदर खींचो, पेट्रोल के दाम, काला धन, महंगाई, तेल, दाल, चावल, चीनी आदि सांसारिक वस्तुओं के बारे में नहीं सोचना है।
अब हालत ये है कि काला कुर्सी की ओर जा रहा है, धन बाबा कमा रहा है और जनता कभी ताली बजाती है, कभी थाली बजाती है, कभी तेल के आंसू रोती है, कभी किसी और सर्कस में बिजी रहती है। नेता की सत्ता, पूंजीपति को पैसा और जनता को फोकट की खुशी नसीब हुई। इस तरह सबका राजपाट हो गया।
गणेश लक्ष्मी भगवान जैसे सलवारी बाबा और उनके सियासी चेले पर किरपा किहिन, वइसे सबके घर धन बरसे!