बजट से नाखुश किसानों ने प्रदेशभर में किया प्रदर्शन
चंडीगढ़02फ़रवरी :केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से बुधवार को पेश किए बजट से पंजाब में किसान संगठन नाराज नजर आ रहे हैं। पंजाब के किसानों ने केंद्रीय बजट में कृषि को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है। पंजाब के सभी जिलों में उपायुक्त कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन का एलान किया गया है। पंजाब के अमृतसर में किसान मजदूर संघर्ष ने वित्त मंत्री का पुतला फूंका है। किसानों से जुड़े संगठनों ने बजट को कृषि के लिए निराशाजनक बताया है। अमृतसर में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी की ओर से पंजाब व कृषि सेक्टर को नजरअंदाज करने के खिलाफ मोदी सारकर ओर केंद्रीय वित्त मंत्री का पुतला फूंक कर रोष प्रदर्शन किया गया है।
संगठन के नेता सरवन सिंह प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे हैं। बजट में खेती और किसानों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए किसान मजदूर संघर्ष कमेटी गुरुवार को सभी जिलों में धरना प्रदर्शन कर रही है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से बुधवार को पेश किए बजट ने किसानों व मजदूरों को निराश किया है। दिल्ली किसान मोर्चे में अहम भूमिका निभाने वाले भारतीय किसान यूनियन एकता (डकौंदा) के महासचिव जगमोहन सिंह ने बजट की आलोचना की है। उनका कहना है कि मोदी सरकार का यह 10वां बजट है, लेकिन इस बार भी पंजाब में खेतीबाड़ी सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए कोई विशेष पैकेज नहीं दिया। केवल बार-बार मोटे अनाज की पैदावार बढ़ाने पर जोर दिया है।
किसान खुद भी धान व गेहूं की परंपरागत खेती चक्कर से बाहर निकलना चाहते हैं, लेकिन सरकार की ओर से इसके लिए कोई ठोस योजनाबंदी बजट में पेश नहीं की गई। किसान नेता ने कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए कि सभी फसलों की एमएसपी पर खरीद की गारंटी दे। किसान नेता जगमोहन सिंह का कहना है कि संयुक्त किसान मोर्चा की अगुवाई में संघर्ष को लगातार जारी रखते हुए सभी फसलों की एमएसपी पर खरीद के लिए कानून बनाने के लिए प्रयास किए जाएंगे। बजट सत्र के दौरान संयुक्त किसान मोर्चे की ओर से दिल्ली में बड़ा इकट्ठ करने का एलान किया गया है। इस संबंधी कुरुक्षेत्र में 9 फरवरी को बैठक होगी।