एक झलक

बॉलीवुड के दिग्गज गायक मुकेश जी के 93वी जयंती पर श्रद्धांजलि

27अगस्त 2022

 

दिग्गज प्लेबैक सिंगर दिवंगत मुकेश को उनकी 93वीं जयंती पर उपभोक्ता की आवाज समाचार परिवार द्वारा याद कर श्रद्धांजलि दी गयी

राज कपूर की आवाज’ के नाम से लेकप्रिय मुकेश चंद माथुर का जन्म 22 जुलाई, 1923 को दिल्ली में हुआ था और लगभग चार दशक के अपने लंबे करियर में वह संगीत की समृद्ध विरासत छोड़ गए.

मुकेश को 1945 में आई फिल्म ‘पहली नजर’ में मोतीलाल की आवाज बनने का मौका मिला और उनका पहला हिन्दी गाना था ‘दिल जलता है, तो जलने दे’. मुकेश दिग्गज गायक के.एल. सहगल के काफी बड़े प्रशंसक थे और करियर के शुरुआती दिनों में उनके द्वारा गाए गीतों में सहगल के अंदाज की झलक नजर आती थी.

प्रतिष्ठित संगीतकार नौशाद अली ने तब मुकेश को सहगल की छाया से बाहर निकलने में और उन्हें अपनी एक अलग पहचान बनाने में मदद दी. कुछ समय बाद दिग्गज प्लेबैक सिंगर अपनी अनूठी और सुरीली आवाज के दम पर बॉलीवुड के प्रतिष्ठित दिग्गज गायकों मोहम्मद रफी और किशोर कुमार की सूची में शुमार हो गए. प्लेबैक सिंगर्स की इस तिकड़ी ने फिल्म ‘अमर अकबर एंथनी’ में लता मंगेशकर के साथ ‘हमको तुमसे हो गया है प्यार क्या करें’ गाना गाया.

अपने लंबे संगीत करियर में मुकेश ने कई लोकप्रिय और यादगार गीत गाए, जिनमें ‘चंदन सा बदन (सरस्वतीचंद्र)’, ‘चल री सजनी, अब क्या रोके (बम्बई का बाबू)’, ‘कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है और मैं पल दो पल का शायर हूं (कभी-कभी)’, ‘क्या खूब लगती हो, बड़ी सुंदर दिखती हो (धर्मात्मा)’, ‘सब कुछ सीखा हमने, न सीखी होशियारी (अनाड़ी)’, ‘सावन का महीना, पवन करे शोर (मिलन)’ और ‘होटों पे सच्चाई रहती है (जिस देश में गंगा बहती है) जैसे कई गाने हैं.

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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