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मुस्लिम संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर पांच साल का बैन देश का माहौल बिगाड़ने वाले सावधान हो जाएं

नईदिल्ली28सितंबर :केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मुस्लिम पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर अगले पांच वर्ष के लिए प्रतिबंध लगा दिया है यानी यह संगठन अब कोई सामाजिक धार्मिक, राजनीतिक आदि गतिविधि नहीं कर सकेगा गृह मंत्रालय की जांच पड़ताल में यह सामने आया है कि पीएफआई से जुड़े लोग देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त है पीएफआई के पदाधिकारियों के तार पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं पाकिस्तान की राह पर ही पीएफआई के कार्यकर्ता भारत में माहौल खराब करने का काम करते हैं, चूंकि पीएफआई के पदाधिकारी पाकिस्तान के इशारे पर काम करते हैं, इसलिए एनआरसी, हिजाब जैसे मुद्दों को उछाल कर भारत में माहौल बिगाड़ते हैं हाल ही में एनआईए ने ऐसे सबूत एकत्रित किए हैं, जिनसे पता चलता है कि पीएफआई के निशाने पर भारत के कई बड़े नेता थे सूचनाओं के आधार पर एनआईए ने देश भर में पीएफआई के करीब 400 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गिरफ्तार लोगों से जो जानकारी मिली उसी के आधार पर पीएफआई को बैन किया गया इस बैन के बाद पीएफआई की गतिविधियां गैर कानूनी होंगी यहां यह उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों पीएफआई ने देश के कई शहरों में जुलूस निकाल कर धार्मिक भावनाओं को भड़काने का काम किया पीएफआई से जुड़े पदाधिकारियों ने सरेआम सिर तन से जुदा के नारे लगाए पीएफआई के कार्यकर्ता मुसलमानों को हिन्दुओं के खिलाफ भड़काने के कार्य में सक्रिय थे यहां तक कि नागपुर स्थित आरएसएस के मुख्यालय को बम से उड़ाने की साजिश भी रची गई। देश विरोधी गतिविधियां मानते हुए ही पीएफआई पर प्रतिबंध लगाया गया है इस प्रतिबंध के बाद पीएफआई जैसी अन्य संस्थाओं को भी सावधान हो जाना चाहिए भारत में मुसलमानों की ऐसी कई जमाते हैं, जो बेवजह मुसलमानों को भड़काते हैं ऐसी जमाते हिन्दू मुस्लिम भाईचारे को भी बिगड़ती है जबकि हकीकत यह है कि हिन्दू बाहुल्य क्षेत्रों में मुस्लिम परिवार स्वयं को सुरक्षित अनुभव करता है सवाल उठता है कि जब किसी मुस्लिम परिवार को हिन्दुओं के साथ रहने में डर नहीं है तो फिर भारत में मुसलमानों के बीच कट्टरपंथी क्यों फैलाई जा रही है हकीकत यह भी है कि भारत के मुकाबले में मुस्लिम राष्ट्रों में आम मुसलमान सुरक्षित नहीं है।

पहले ही लगा जाना चाहिए था बैन:
अजमेर स्थित विश्व विख्यात ख्वाजा साहब की दरगाह के दीवान और मुस्लिम धर्म गुरु जैनुल आबेदीन ने पीएफआई पर सरकारी प्रतिबंध का स्वागत किया हैआबेदीन ने कहा कि पीएफआई पर प्रतिबंध पहले ही लग जाना चाहिए था, लेकिन अब जब सरकार ने प्रतिबंध लगाया है तो यह उम्मीद की जानी चाहिए कि पीएफआई जैसे अन्य जमातों पर भी कार्यवाही हो, उन्होंने कहा कि देश में पीएफआई जैसी अनेक जमाते हैं जो मुसलमानों को गुमराह करती है ऐसी जमाते इस्लाम धर्म के विरुद्ध काम करती है इस्लाम में ङ्क्षहसा से परहेज किया गया है, लेकिन पीएफआई जैसी जमाते हिंसा को ही बढ़ावा देती हैआबेदीन ने कहा कि युवा मुसलमानों को देश की हुकूमत के साथ खड़ा होना चाहिए।

अजमेर में भी सक्रिय
अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त अजमेर में भी पीएफआई सक्रिय है, जिले के ब्यावर उपखंड में तो पिछले दिनों पीएफआई की ओर से जुलूस भी निकाला गया अजमेर स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के कई खादिम पीएफआई से जुड़े रहे हैं कुछ खादिमों ने तो मीडिया के समक्ष गर्व से कहा है कि मैं पीएफआई का समर्थक हंूऐसे खादिमों ने पीएफआई को आम मुसलमानों का मददगार माना है कॉलेजों में भी पीएफआई समर्थक स्टूडेंट यूनियन भी सक्रिय हैं।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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