कविता-कहानी

मेरी रचना,अमन सिंह:दीपावली है दीपों का त्यौहार हम सब मिलकर मनाते खुशियां हजार

24अक्टूबर 2022

दीपावली है दीपों का त्यौहार हम सब मिलकर मनाते खुशियां हजार क्या बच्चे ,बूढ़े और नौजवान सबपे होता इसका खुमार,यही है दीपों का त्योहार यही है दीपों का त्योहार

पटाखों की शोर गगन में और प्रकाश का अंबार
किसान उगाते अन्न करते जीवनाधार, इनके त्याग तपस्या से होता है जन गण का उद्धार
यही है दीपों का त्योहार, यही है दीपों का त्योहार

सरहदों पर जवान है तैनात कहीं से करने दे कोई वार
सभी त्योहारों पर खड़ा होता है ये पहरेदार
उनकी याद में दीपावली का त्योहार
यही है दीपों का त्योहार, यही है दीपों का त्योहार

गन्दगी पर भी करता है प्रहार ,लक्ष्मी गणेश की पूजा कर लगते लड्डुओं आहार
अपनी अपनी मान्यताओं पर मनाते दीपावली का त्योहार
यही है दीपों का त्योहार, यही है दीपों का त्योहार

अमन सिंह🙏💐

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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