लता मंगेशकर चौक के नाम से अयोध्या को मिली नई पहचान, सीएम योगी ने कहा अयोध्या में बना देश का सबसे पहला स्मारक
अयोध्या28सितंबर: ठुमक चलत रामचंद्र,बाजत पैंजनियां स्वर के साथ सुर कोकिला और भारत रत्न लता मंगेशकर के स्मृति में राम मंदिर के तरफ जाने वाले मार्ग पर भारत का सबसे पहला चौक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रेरणा पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा समर्पित किया गया। और आज अयोध्या की लाता चौक के नाम से नई पहचान मिली है। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ आदिनाथ मंगेशकर और कृष्णा मंगेशकर भी मौजूद रहे। वहीं रामकथा पार्क पर आयोजन श्रद्धांजलि कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के हर चौराहों को पूज्य संतों के नाम करने की घोषणा की है।अयोध्या में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रेरणा स्रोत भगवान श्री राम के प्रति सबसे अधिक भजन गाने वाली सुर सामग्री भारत रत्न सुश्री लता मंगेशकर चौक के रूप में एक भव्य स्मारक प्राप्त हो रहा है। मैं उत्तर प्रदेश की जनता से माननीय प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त करते हुए अयोध्या वासियों को बधाई देता हूं और सुश्री लता मंगेशकर जी को 93वीं जयंती के अवसर पर प्रदेश वासियों की तरफ से विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।वही कहा कि सनातन धर्म कृति के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करना मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के सर्वाधिक भजन गाने वाली सम्मानीय लता दीदी ने अपना पूरा जीवन भारत की कला और संगीत को एक नई ऊंचाई प्रदान करने के लिए समर्पित किया था कला और संगीत के लिए उनका पूरा जीवन समर्पित था और मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम, श्री कृष्ण और भारत के राष्ट्रभक्ति से समर्पित गीतों से नई ऊंचाई देकर के उन्होंने संगीत साधना से प्रत्येक भारतीय के लिए वंदनीय बनाया और इसलिए जब लता दीदी हमारे बीच में नहीं रही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की प्रेरणा से लता दीदी ने अपना जीवन भगवान श्रीराम इस साधना में समर्पित किया इसलिए उनका पहला स्मारक भी भगवान श्री राम के धाम पर आज यहां पहला स्मारक लता मंगेशकर के नाम से समर्पित करते हुए मुझे हार्दिक प्रसन्नता की अनुभूति हो रही है।सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या दुनिया का सबसे सुंदर और वैभवशाली नगर बनेगा इसमें कोई संदेह किसी को नहीं होना चाहिए और यह शुरुआत है मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण का इंतजार अब बहुत दिन तक नहीं करना पड़ेगा हम लोग बार-बार दीपोत्सव के अवसर पर यहां पर हम लोग आते हैं और इस अवसर पर हमेशा आप से कहता हूं हमें भगवान श्री राम के धैर्य मर्यादा का पालन करते हुए भव्य राम मंदिर निर्माण के उन कार्यों के प्रति अपने आपको तैयार करना होगा और इसके लिए मैं अयोध्या पूज्य संतों के सानिध्य में जिस प्रकार से लता चौक इतना भव्य बना है ऐसे ही अयोध्या के हर चौराहों को इसी प्रकार की भव्यता देने के लिए पूज्य संतों के नाम से उन चौराहों के निर्माण कोई रामानुजाचार्य के नाम पर, रामानंदाचार्य के नाम पर, महर्षि वशिष्ठ, महर्षि वाल्मीकि व संत तुलसीदास के नाम पर , तो कोई राम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़े हुए पूज्य संतों के नाम पर इसी प्रकार से भव्य चौराहों के निर्माण की कार्यवाहीं का शुभारंभ हो जाना चाहिए और अगले 1 वर्ष के अंदर इस कार्य को पूरा करके अयोध्या के सौंदर्यीकरण को एक नई ऊंचाई प्रदान करने का कार्य करें।भगवान श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए 500 वर्ष का इंतजार समाप्त हुआ और भव्य राम मंदिर निर्माण का कार्य अयोध्या में चल रहा है। पूरा देश और पूरी दुनिया आशा भरी निगाहों से अयोध्या की तरफ देख रही है आज राम जी की पैड़ी पर कोई आता है तो प्रभावित होकर के जाता है अयोध्या कोई आता है तो बदलती हुई अयोध्या को देखकर प्रभावित हो रहा है अयोध्या के सड़कों के चौड़ीकरण और सुंदरीकरण कार्य को घाटों के सुंदरीकरण के कार्य को अयोध्या के चौधरी चरण के कार्यक्रमों को जब और देखता और प्रभावित होकर होता है इसलिए हम सबका दायित्व बनता है हम सब अयोध्या को सजाने सवारने और भव्य राम मंदिर निर्माण के कार्यक्रम के साथ भगवान श्री राम लला के भव्य मंदिर में विराजमान होने के साथ अयोध्या दुनिया की सुंदरता नगरी के रूप में अयोध्या की पहचान हो जाए और हमारा या पावन राम दुनिया के सामने जिस नाम से अयोध्या त्रेतायुग में जानी जाती थी अपनी सुंदरता के लिए अपनी धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों के लिए उसे नाम को फिर से चरितार्थ करने की ओर अग्रसर हो जाए और इसी अभिलाषा के साथ आज हम सब यहां पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री के प्रति जिसने कुछ भी किया है उन सभी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का एक कार्यक्रम प्रारंभ हुआ है और यह हम लोगों ने लता दीदी के स्मृति में लता चौक का लोकार्पण के साथ इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाया है।