विद्युत विभाग:अनियंत्रित तबादला एक्सप्रेस यूपीपीसीएल में भी तबादला उद्योग ,मुख्य अभियंता सहित कई निलंबित,पक्षपात के भी आरोप,सबको है ख़बर पर है बेख़बर
वाराणासी 9अगस्त:भ्र्ष्टाचार और घोटाले की सुर्खियों में रहने वाले उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन में भी प्रदेश के अन्य विभागों की तरह जम कर तबादला उद्योग चला। जांच के बाद UPPCL के चेयरमैन एम देवराज ने मुख्य अभियंता समेत कई अधिकारियों को निलंबित कर दिया,ज्ञात हो की पावर कॉर्पोरेशन मुख्यालय में भी किये गए तबादलो को भी निरस्त किया गया था पर किसी पर भी इस तरह की कार्यवाही न होना कारपोरेशन मुखिया की निष्पक्ष कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगते है। कारपोरेशन की सहयोगी कंपनियों में भी चले तबादला उद्योग में गड़बड़ी की सूचना के बावजूद भी कार्यवाही नही की गई जिस कारण मुखिया पर चहेतो को बचाने औऱ जातिवादी मानसिकता से काम करने के आरोप भी पहले लग चुके है।शूत्र बताते है की मुखिया के पास तबादलो में भ्रष्टाचार के कई प्रकरण पहुंचे है ।
मिर्जापुर जोन में भी खूब फलाफूला तबादला उद्योग, इन्हीं मुख्य अभियंता पर बस्ती में रहते 70 पोल की अवैध लाइन बनाने का आरोप सिद्ध ,कार्यवाही का इंतजार
मिर्जापुर जोन के मुख्य अभियंता आर. बी. कटियार के द्वारा भी तबादलो में जम कर भ्रस्टाचार कर मलाई खाई गई,इनके द्वारा एक सहायक अभियंता अजय कुमार का 1 महीने में 4 बार तबादला किया गया जो मिर्जापुर में चर्चा का विषय बना हुआ है। आरोप पर आरोप लगने, जांच पर जांच होने औऱ भ्रष्टाचार सिद्ध होने के बाद भी जबकी पूरी जाँच रिपोर्ट मुखिया की टेबल पर रखी है उसके बाद भी जनाब पर मुखिया द्वारा आज तक कोई कार्यवाही न किये जाने से मुखिया पर चहेतों को बचाने,जातीय मानसिकता से काम करने के आरोप कंही न कंही सही प्रतीक हो रहे है।
चांदी की चमक औऱ पैसों की खनक का कमाल
कारपोरेशन मुखिया के रहमोकरम का नतीजा है की जनाब घोटालो के आरोपी होने के बाद भी भ्रष्टाचार की गंगा में जम कर गोते लगा रहे है।जनाब बस्ती में अधीक्षण अभियंता रहते घोटालो को अंजाम दिया उससे कमाई गई मलाई से प्रमोट हो कर मुख्य अभियंता बन कर जनाब मिर्जापुर में साम्राज्य स्थापित करते है और इनको मुख्य अभियंता की कुर्सी तक पहुंचाने मे सहयोग करने वाले वाले अधिकारी को सेवा से सेवानिवृत होने पर इनाम के रूप मे आरोप पत्र दिया जा चुका है पर भ्र्ष्टाचार की अलख जगा रहे मुख्य अभियंता मिर्जापुर को मानो खुली छूट प्राप्त है खैर
भ्र्ष्टाचार और भ्र्ष्टाचारियो के विरुद्ध युद्ध अभी शेष है