विद्युत विभाग:अवैध सिफ्टिंग के कारोबार पर अध्यक्ष, UPPCL ने खोली त्रिनेत्र, भ्रष्ट प्रबंधन पर चढ़ी चांदी की परत खुलेगी परत दर परत,आकाओ में हड़कम
वाराणसी 22 अक्टूबर:पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में वितरण खंड-द्वितीय, बरईपुर क्षेत्र में विकसित हो रही आवासीय कॉलोनियो की प्लाटिंग के बीच मे आरही 11 हजार लाइनो को अवैध तरीके से सिफ्टिंग करने के पनपे कारोबार में अधिकारियों/कर्मचारियो द्वारा विभागीय नियमो को दरकिनार कर खेत मालिको औऱ कॉलोनाइजर्स को जहाँ फायदा पहुचाने औऱ विभाग को लाखो की राजस्व हानि की औऱ रंगे हाथों पकड़े जाने पर जहाँ प्रबंधन में भ्रष्ट अभियंताओ के आकाओ ने भ्रष्टाचारीयो को बचाने में एड़ी चोटी का ज़ोर लगाया औऱ प्रबंध निदेशक को भ्रमित करते हुए बाकी मामलो की फ़ाइल दबा कर एक अवर अभियंता को बली का बकरा बना कर निलंबित कर चांदी की चमक औऱ पैसों की खनक में नाचते नजर आए तो दूसरी तरफ संगठन की चेतावनी के बाद प्रबंध निदेशक द्वारा अपने स्टाफ ऑफिसर से समस्त मामलो की फाइलों को तलब किया तो भ्रष्ट प्रबंधन में हड़कंप मच गया।
अध्यक्ष UPPCL ने एक सफ्ताह में मामले की आख्या की तलब
भ्रष्ट प्रबंधन द्वारा निदेशक, तकनीकी के अनुमोदन को दरकिनार कर भ्रष्ट अभियन्ता को बचाने में की गई कसरत पर पानी फिरता हुआ नज़र आ रहा है।अवर अभियंता के निलंबन के बाद पूरे मामले की जानकारी अध्यक्ष महोदय ने प्रबंध निदेशक, पूर्वांचल डिस्कॉम से एक सफ्ताह में आख्या मांगी है।फरमान आते ही भ्रष्ट अभियन्ता औऱ उनके आकाओ में हड़कम मच गया।
वितरण खंड,बरईपुर में अवैध लाइन सिफ्टिंग के कारोबार के CEO लगे अपने प्रमोशन में
सूत्र बताते है की शक्ति भवन में अधीक्षण अभियंता के पद पर चयन समिति की बैठक दीपावली से पहले होनी है जिसमे दोषी अभियन्ता भी प्रमोशन की लाइन में है।इसी लिए पूरा पूर्वांचल डिस्कॉम के कार्मिक प्रबंधन द्वारा दोषी को बचाया गया है।
खुल सकती है भ्रष्टाचार की चांदी की परतें, बेनकाब हो सकते है प्रबंधन में बैठे भ्रष्ट अभियन्ता के आकाओ के चेहरे