विद्युत विभाग:ग्रामीण विद्युत वितरण खंड-बरईपुर, वाराणसी में भ्रष्टाचार का खुला खेल,एक के बाद एक भ्रस्टाचारियो का उदय,अवर अभियंता औऱ सहायक अभियंता जांच में दोषी,रिपोर्ट को दबाए बैठे मुखिया
वाराणसी6मार्च:पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के ग्रामीण मंडल,वाराणसी में भ्रस्टाचार चरम पर है,भ्रष्टाचार के लिए बदनाम बरईपुर वितरण खंड जंहा अवैध लाइन सिफ्टिंग के कई मामले प्रकाश में आये कुछ में कार्यवाही हुई तो कुछ में बहती गंगा में हाथ धो कर जिम्मेदराना ने अपनी चड्ढी भ्रस्टाचारियो के सामने उतार दी,जिसके कारण ग्रामीण मंडल के भ्रष्टाचार का कॉकस औऱ बड़ा होने के साथ अपनी जड़ों में प्रबंधन तंत्र को जद में ले चुका है,जिसके कारण बरईपुर खंड में अवैध लाइन सिफ्टिंग औऱ बाँस-बिल्ली का जाल फैल चुका है खंड के ज्यादातर अवर अभियंता औऱ सहायक अभियंता अपने काले राजस्व को बढ़ाने में लगे है।
प्रबंधन द्वारा अवैध लाइन सिफ्टिंग के कई मामलों की जांच रिपोर्ट को दबाया गया है,जिसमे चांदी के जूतों से मुह को सूजाये गए है।
चांदी के जूते से मुह सूजाने का नया ताजा अवैध लाइन सिफ्टिंग में पूरी तरह लबरेज अधिशासी अभियंता की ताजपोशी करअधीक्षण अभियंता बना दिया गया और विभाग हित मे दूसरी कम्पनी में पुनर्पदस्थापित कर दिया।
अवर अभियंता ने झटपट पोर्टल को बनाया काली कमाई का जरिया,पग-पग पर उपभोक्ताओ का शोषण
बरईपुर खण्ड के 33/11 उपकेंद्र,रोहनिया पर तैनात अवर-अभियंता नागेन्द्र कुमार सरोज पोर्टल पर बिजली कनेक्शनो के आवेदनों में अपने काले राजस्व को बढ़ाते हुए विभाग के राजस्व में चूना लगाने का दोषी पाया गया, जनाब ने विभाग के राजस्व में चूना लगाते हुए मानक के विपरीत निकटतम एल०टी० लाइट के दूरी 40 मीटर से अधिक 250-100 मीटर दूर परिसरों को बिजली कनेक्शन बाट दिए जिस कारण विभाग को लाखों के राजस्व की हानि पहुँचाई।
बगैर कृषि भूमि के सिचाई के लिए आवासीय परिसर पर PTW कनेक्शन दे दिया जबकी परिसर गैराज के रूप में बनवाया गया है।
सहायक अभियंता ने लिया अपना कट की आँख बंद,कई सालों से काली कमाई के दम पर खंड तैनाती,संभव की नजरों ने खोला पूरा मामला
सहायक अभियंता सतीश कुमार सिंह भी अवर अभियंता की काली कमाई के अभियान में खुल कर साथ दिया,अवर अभियंता ने अपना कट लेते हुए सारे भ्रस्टाचार पर अपनी आंख बंद कर मूक सहमती दी औऱ सारे मामलों में आंख बंद रखने के दोषी पाए गए।भ्रष्टाचार के सहयोगी सहायक अभियंता विभाग हितों के सहयोगी न होने के भी दोषी पाये गए। जनाब कई सालों से बरईपुर खंड में तैनात है पहले 5 वर्षो में सहायक अभियन्ता, राजस्व रहे और अब उसी खंड में 2 वर्षो से उपखंड अधिकारी बनाया गया, लगता है कि जनाब द्वारा प्रबंधन में नीचे से ऊपर तक सबको तौल रखा है काली कमाई से।
वैसे मर्द फ़िल्म में एक गाना बहुत फ़ेमस हुआ था””हमतो तंबू में बम्बू लगये बैठे”””जो प्रबंधन तंत्र,ग्रामीण मंडल,वाराणसी औऱ वितरण खंड,बरईपुर पर फिट हो रहा है।
“”भ्रष्टाचार के तंबू में बम्बू लगये बैठे,हम तो पहले से ही चांदी के जूतों से मुह सूजाये बैठे””
मामले में पड़ताल जारी है……….
भ्रष्टाचार के विरुद्ध युद्ध अभी शेष है