विद्युत विभाग:ठेकेदारी प्रथा के परिणाम,निविदा कर्मचारियो का 22 करोड़ ले कर ओरियन सिक्योरिटी कंपनी फरार
वाराणसी31मार्च:विद्युत विभाग को संविदा कर्मी सप्लाई करने वाली नई दिल्ली की ओरियन सिक्योरिटी सल्यूशन प्रा. लि. कंपनी इन कर्मियों का लगभग ₹22 करोड़ लेकर फरार हो गयी। इस कंपनी ने लगभग ₹5 करोड़ की जीएसटी भी नहीं जमा की। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी ने कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया है। इस घोटाले से विद्युत वितरण मंडल सुलतानपुर के अलावा बाराबंकी, बदायूं, शाहजहांपुर, बरेली, पीलीभीत समेत सात मंडल के दर्जनों खंडीय कार्यालय प्रभावित हुए मुकदमा दर्ज कराने के लिए पुलिस अधिकारियों को भी पत्र लिखा है।
मध्यांचल विद्युत वितरण से सात विद्युत वितरण मंडलों के लिए 4923 संविदा कर्मियों का अनुबंध 2019 में हुआ था। जिसमें विद्युत वितरण मंडल सुलतानपुर में 741, बंदायू में 890, को काली सूची में डाल दिया। बाराबंकी में 941, शाहजहांपुर में 857, बरेली में 659, पीलीभीत में 442 व बरेली के ही दूसरे विद्युत वितरण के लिए 393 संविदा कर्मियों की भर्ती कंपनी के माध्यम से हुई थी। इन संविदाकर्मियों का भुगतान कंपनी के जरिए ही किया जा रहा था। 2022 से कंपनी ने संविदा कर्मियों का वेतन भुगतान, ईपीएफ अंशदान और ईएसआईसी अंशदान में घोटाला करना शुरू कर दिया। जब मामला शासन स्तर तक पहुंचा तो मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के आला अफसरों के कान खड़े हो गए। कंपनी के दस्तावेज खंगाले गए तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। बरेली जोन के शाहजहांपुर, बदांयू,
पीलीभीत जिले के संविदा कर्मियों का लंबित कुल वेतन भुगतान 52342245.74, लंबित ईपीएफ अंशदान 74409538.00 और लंबित ईएसआईसी अंशदान 13877228.00 है। सुलतानपुर विद्युत वितरण मंडल के संविदा कर्मियों का वेतन भुगतान 4332360.00, ईपीएफ अंशदान 3264583.00 का बकाया है। कंपनी ने ईएसआईसी का विवरण सुलतानपुर में जमा ही नहीं कराया। इसके अलावा प्रति श्रमिक के 50 रुपये कम देने की वजह से कंपनी पर लगभग तीन लाख का बकाया है। विद्युत वितरण मंडल बाराबंकी के कर्मियों का वेतन भुगतान 6645808.00, ईपीएफ अंशदान ₹34654384.81 बकाया है। कुल मिलाकर कंपनी कर्मचारियों का ₹269786292.38 लेकर फरार है।कंपनी ने GST का भी भुगतान न कर सरकार को भी चपत लगाई।