विद्युत विभाग:पूर्वांचल में बिजली मीटर का संकट,उपभोक्ता त्रस्त प्रबंधन काग़जी घोड़े दौड़ाने में मस्त,तीन जिलों में नान-स्मार्ट बिजली मीटर का स्टॉक शून्य
वाराणसी27नवंबर :पूर्वांचल वद्यिुत वितरण में इनदिनों बिजली मीटर को लेकर हाहाकार मचा है और प्रबंधन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर एक मात्र फर्जी आकड़ो की बाजीगरी करने में मस्त नजर आ रहा है वही दूसरी ओर बिजली उपभोक्ता पूरी तरह त्रस्त नजर आ रहे है हालत यह है कि कई जिलों में बिजली मीटर का स्टॉक समाप्त होने की कगार पर है। वाराणसी जोन में आने वाले चंदौली, वाराणसी और जौनपुर जिले में तो मीटर का स्टॉक शून्य हो गया है। बताया जाता है कि स्टोर में सिर्फ गिनती के ही मीटर बचे हैं। डिवीजनों में भी कुछ ही मीटर बचे हैं। अधिकारियों ने अन्य निगमों से मीटर मांगा है। लगभग 25 हजार मीटर की मांग की गई है।
पूर्वांचल-डस्किॉम ने गत दिनों में मीटर खरीदने के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली। लगभग तीन लाख मीटर खरीदे जाएंगे। दिसंबर के पहले सप्ताह में मीटर आने के संकेत मिले हैं। ऐसी स्थिति में दो दिन के अंदर हजारों नए कनेक्शन झटपट पोर्टल पर पेंडिंग बढ़ती जा रही है। निगम में बिजली मीटरों की आपूर्ति दुरस्त करने के लिए लगातार टेंडर निकाले जा रहे हैं। बड़ी संख्या में बिजली मीटर बनाने वाली फर्मों की ओर से आवेदन भी किए जा रहे हैं। विभाग की तकनीकी जांच में इन कंपनियों के मीटरों को विभाग के मापदंड पर खरा नहीं माना जा रहा।
दो साल पहले भी मीटर का हो गया था संकट
पूर्वांचल में दो साल पहले भी मीटर का संकट हो गया था। पश्चिमांचल और मध्यांचल से मीटर मंगाए गए थे। इसके कारण खराब मीटर बदले नहीं जा रहे थे। नए कनेक्शन भी आवंटित नहीं किए जा रहे थे। बाद में पुराने मीटर की लैब टेस्टिंग कराकर नए कनेक्शन जारी करना पड़ा था।
विभागीय सूत्रों की माने तो मीटर खरीदने के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो गई है। एजेंसी को जल्दी मीटर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।