विद्युत विभाग:पूर्वान्चल के लोकप्रिय इंजीनियर की सम्मानपूर्वक विदाई
वाराणसी 28 फरवरी:पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के निदेशक,पृथ्वी पाल सिंह के कार्यकाल का आखिरी दिन पूर्वान्चल डिस्कॉम के अधिकारियो/कर्मचारियो ने विदाई का कार्यक्रम आयोजित कर सेवा काल मे विभाग हितों में किये गए कार्यो को याद करते हुए सम्मानपूर्व विदाई की,इंजीनियर पृथ्वी पाल सिंह का सहायक अभियंता के पद से विभाग में निदेशक के पद तक का लंबा कार्यकाल रहा,विभाग में उनका ज्यादातर कार्यकाल वाराणसी में रहा,उनके द्वारा विभागहित औऱ उपभोक्ता हितों के लिये किये गए कार्यो से बनारस की तमाम जनता के साथ जनप्रतिनिधियों के दिलो में जगह बनाई।
सेवा निवृत निदेशक ने साथी अभियंताओ औऱ कर्मचारियो से विभाग हित,उद्योग हित मे अपने कर्तव्यों के निर्वाहन की बात कही।
बिजली विभाग का कलादिन,चेयरमैन के विरुद्ध मंचों से दम भरने वाले दिखे बेदम
अभियन्ता संध ने चेयरमैन के खोफ़ से विदाई कार्यक्रम से बनाई दूरी,पूर्वान्चल के प्रमुख पदाधिकारी रहे नदारत चर्चा जोरों पर रही कि चेयरमैन ने इंजीनियरो की नाक में नकेल डाल दी,खोफ़ के साये में संघर्ष समिति का भविष्य।
तानाशाही औऱ स्वेक्षाचारी,मनमानी ने किया मान-मर्दन,न होने पाए सेवा-विस्तार
शासन/प्रशासन में उनकी ईमानदारी और कर्तव्य परायणता के चर्चाओं के कारण सरकार के द्वारा विभाग में निदेशको की कमी के चलते उनका सेवा विस्तार होने की चर्चा जोरों पर थी। पर इंजीनियर औऱ प्रशासनिक सेवको की लड़ाई के चक्रव्यूह को पृथ्वी पाल सिंह नही भेद पाए,ऐन मौके पर प्रशासनिक सेवको ने चक्रव्यूह में फास लिया औऱ उनका सेवा विस्तार न होने पाए उसके लिए तानाशाही तरिके से आय से अधिक संपत्ति के जाल में उलझा कर सेवा निवृत्ति के 2 दिन पहले विभागीय विजलेंस के द्वारा FIR दर्ज करवा दी। जबकी आज भी विभागीय जांच चल रही है बग़ैर जांच पूर्ण किये आनन-फानन में सेवा-निवृत्त के 2 दिन पहले FIR करना संदेहास्पद प्रतीत हो रहा।वही पृथ्वी पाल सिंह का कहना है कि विभाग में तानाशाह की गलत नीतियों पर हामी न भरने के कारण उन पर इस तरह की मान-हानि पहुंचाने वाली कार्यवाही की गई।