विद्युत विभाग:संघर्ष समिति के आंदोलन का निर्णायक समय,प्रबंधन की भी अपनी लड़ाई अभियंताओ के कंधों पर। अभियन्ता किसका कंधा करेंगे मजबूत
वाराणसी 26 नवंबर:संघर्ष समिति के आंदोलन में अब निर्णायक मोड़ पर आ चुका है जहाँ संघर्ष समिति के बैनर तले अभियन्ता, अवर अभियंता, समस्त कर्मचारी वर्ग इस आंदोलन को बिजली विभाग के अस्तित्व की लगाई समझ कर संकल्पित है वही प्रबंधन भी इसको नाक की लड़ाई मान कर अपने अधिकारों का भरपूर प्रयोग करते हुवे आंदोलन को दबाने के प्रयास करता नजर आ रहा है
परन्तु प्रबंधन के पास अपनी कोई सेना नही है।अपनी लड़ाई को मुख्य अभियन्ता औऱ अधीक्षण अभियन्ता के कंधों का प्रयोग कर मैदान में है।
आने वाले समय मे ये देखना औऱ समझना होगा की सारे आंदोलन का रुख क्या होगा
सूत्र बताते है की अभियन्ता संघ व्यक्तिगत रूप से सारे मुख्य अभियंता औऱ अधीक्षण अभियन्ता से हॉट-लाइन पर है। औऱ जो भी इस आंदोलन को कमज़ोर करने की कोशिश में प्रबंधन की चालो को फलीभूत करेगा उनके लिए भी योजना तैयार है।
आंदोलन के मद्देनजर औऱ प्रबंधन की कूटनीति के विरुद्ध अभियन्ता संध ने 27.11.22 को लखनऊ में आपातकालीन मीटिंग बुलाई है।
प्रदेश भर से संघर्ष में शामिल अभियंताओ का देर शाम से लखनऊ पहुचने का शिलशिला जारी है।अब आगे आगे देखिए होता है क्या.