विद्युत विभाग:हड़ताल के दूसरे दिन पूर्वांचल में बिजली की आँख-मिचौली,प्रबंधन दमनात्मक कार्यवाही में मस्त,जनता त्रस्त प्रबंधन की वैकल्पिक व्यवस्था सिर्फ कागजों में
वाराणसी-01दिसंबर : पूर्वांचल में भी संघर्ष समिति का अनिश्चिकालीन कार्य बहिष्कार आज दूसरे दिन भी जारी रहा हजारों बिजलीकर्मचारियों,इंजीनियरों और अभियन्ताओं ने काम बन्द कर दिन भर विरोध प्रदर्शन किये और ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन के रवैये की तीव्र भर्त्सना की। आम जनता को तकलीफ न हो इस दृष्टि से कार्य बहिष्कार के चालू चरण में उपकेंद्र SSO बिजलीकर्मियों को कार्यबहिष्कार आन्दोलन से फिलहाल अलग रखा गया है।
चेयरमैन पर सरकार को गुमराह करने का आरोप,ऊर्जा मंत्री से पुनः अपील
ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन पर हटवादी रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि चेयरमैन बिजली कर्मियों की समस्याओं के बारे में सही तथ्य न बताकर सरकार को गुमराह कर रहे हैं जिससे ऊर्जा निगमों में कार्य का वातावरण पूरी तरह समाप्त हो गया है और टकराव बढ़ रहा है। उन्होंने पुनः प्रदेश के ऊर्जा मंत्री मा. श्री अरविन्द कुमार शर्मा जी से प्रभावी हस्तक्षेप करने कीअपील की है जिससे ऊर्जा निगमो में कार्य का वातावरण बने और बिजली कर्मियों की न्यायोचित समस्याओं का समाधान हो सके।
पूर्ण हड़ताल हुई तो टकराव की सारी जिम्मेदारी चेयरमैन की
पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि शान्तिपूर्ण कार्य बहिष्कार आन्दोलन के कारण किसी भी बिजली कर्मी का कोई उत्पीड़न किया गया तो इसके गम्भीर परिणाम होंगे और सभी ऊर्जा निगमों के तमाम बिजली कर्मी उसी समय हड़ताल पर जाने हेतु बाध्य होंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन और चेयरमैन की होगी।
विरोध सभा को सर्वश्री ज्योति सिंह,रेणु मौर्य,संजना सागर,ई0हिरदेश गोस्वामी,ई0अमितश्रीवास्तव,तपन चटर्जी,ई0सुनील कुमार,राजेश सिंह,ई0 मदनगोपाल श्रीवास्तव, मदनलाल श्रीवास्तव, ई0 मनोज कुमार,सोहनलाल,पंकज यादव,रामजी भारद्वाज, रामकुमार झा,आदि पदाधिकारियो ने संबोधित किया।