विद्युत विभाग: अब UPPCL के ख़ज़ाने की जांच आउटसोर्सिंग के खजांचियो के मत्थे: प्रबंधन का भारी भरकम वित्तीय इकाई के खजांचिओ पर नही भरोसा: आज से जांच
वाराणसी 18 मई: पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में भुगतान हेतु ERP पर अपलोड पुराने लगभग 80 करोड़ के 1600 बिलो की जांच आज तक पूरी नही हो पाई है उधर पूर्वान्चल प्रबंधन ने अपनी वित्तीय इकाई से भरोसा उठाते हुए बाह्य एजेंसी से ओ०एंड०एम० मद में किये गए भुकतान के बिलों की जांच बैठा दी। कर्ज के मर्ज से परेशान विभाग जिसके लिए करोड़ों खर्च करने जा रहा है
बारात घर मे तीन दिन लगेगी तीन मंडल की बारात
पूर्वान्चल प्रबंधन द्वारा नियुक्त वाह्य एजेंसी में०सिंह बाजपेई एंड एसोसिएट के द्वारा आज से वाराणसी क्षेत्र के जौनपुर,गाज़ीपुर औऱ चंदौली के ओ०एंड०एम० मद में किये गए खर्चो का हिसाब किताब लेने के लिए तीनो मंडलो के समस्त खंडों को वही खातों के साथ बारात घर मे उपस्थित होने के निर्देश जारी किए है।
18.05.23 चंदौली के समस्त खंड
19.05.23 जौनपुर के समस्त खंड
20.05.23 गाज़ीपुर के समस्त खंड
उल्लेखनीय है की UPPCL के चेयरमैन द्वारा पूर्वान्चल में वर्ष 15-17 के पुराने बिलों के भुगतान हेतु वर्ष 22-23 में ERP पर आजमगढ़, बलिया औऱ मऊ वितरण खण्डों द्वारा अपलोड किए गए लगभग 1600 सौ बिलो की जांच के आदेश दिए गए थे 15 दिन में जांच एव कार्यवाही कर रिपोर्ट मांगी थी साथ ही साथ पूरे पूर्वान्चल का भुगतान रोक दिया गया था। संदिग्ध बिलो की जांच 2 माह बीत जाने के बाद भी आज तक पूरी नही हो सकी है जिसके कारण ERP पर भुगतान रोक आज भी जारी है।
कुछ दिनों पहले पूर्वान्चल की वित्त इकाई के मुखिया समेत दर्जन भर लेखाकारों की टीम द्वारा आजमगढ़, बलिया औऱ मऊ वितरण खंडों के बिलों की जांच करने गई थी उसके बाद से जांच अधर में चली गई।
जाना था जापान पहुँच गए चीन
यह जांच चलती का नाम गाड़ी फिल्म के उस गाने के तर्ज पर चल रही है जिसमे जाना था जापान पहुंच गए चीन यानी जांच होनी थी बलिया, मऊ,आजमगढ़ की पर यह कोई नई बात नहीं है
अपने कारनामो के लिए प्रसिद्ध पूर्वान्चल डिस्कॉम एक बार फिर सुर्खियों में है आजमगढ़, बलिया औऱ मऊ वितरण खण्डों की जांच पूरी कर कार्यवाही कर आख्या ऊर्जा प्रबंधन को देने थी औऱ जौनपुर, चंदौली औऱ गाज़ीपुर के खंडों की बारात निकाल दी।
खैर
भ्रष्टचार और भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध युद्ध अभी शेष है