विधुत उपभोक्ताओं के साथ सम्मानित व्यवहार करते हुए राजस्व वसूली को अधिक से अधिक मात्रा में बढ़ाये- सोमेन्द्र तोमर
वाराणसी 15सितम्बर:उत्तर प्रदेश के ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेन्द्र तोमर ने गुरुवार को वाराणसी शहर में 33/11 के0वी० उपकेन्द्र डी०पी०एच० में लगे विद्युत समाधान शिविर (12 से 19 सितम्बर तक) का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने उपकेन्द्रों पर कैश काउण्टर, शिकायत पंजिका व सबस्टेशन आदि का अवलोकन किया। समाधान शिविर में उपस्थित शिकायतकर्ताओं से सीधे बात की एवं जिनकी शिकायतों का पूर्व में निस्तारण हो चुका है उनसे मोबाईल पर शिकायत के समाधान की संतुष्टि की स्थिति के विषय में पुष्टि की।
समाधान शिविर में शिकायत रजिस्टर को और अधिक स्पष्ट रूप से बनाने शिकायत का विवरण विस्तृत रूप से लिखने तथा निस्तारित करने हेतु निर्देशित किया। उपकेन्द्र निरीक्षण में सम्बन्धित अवर अभियंता से उपकेन्द्र वाणिज्यिक तथा तकनीकी पैरामीटर्स पर पूछताछ की एवं अवर अभियंता को उक्त बिन्दुओं पर और अधिक सतर्कता से कार्य करने के लिए निर्देशित किया। उपकेन्द्र के निरीक्षण के दौरान माननीय मंत्री द्वारा डी०पी०एच० वर्कशॉप का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण करने के उपरान्त अवर अभियंता वर्कशॉप से परिवर्तक के स्टॉक के बारे में तथा परिवर्तक के प्रतिस्थापन के लिए शासन द्वारा निर्धारित अवधि 24 घण्टे में अन्दर लगाने के लिए निर्देशित किया।
तत्पश्चात मंत्री द्वारा सर्किट हाउस में वाराणसी शहर के विभागीय अधिकारियों, पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, निदेशक (तकनीकी), पी० पी सिंह निदेशक(कार्मिक एवं प्रशासन) शेष कुमार बघेल मुख्य अभियंता (वितरण), अनुप वर्मा अधीक्षण अभियंता नगरीय विद्युत वितरण मण्डल-प्रथम, द्वितीय, ग्रामीण, समस्त अधिशासी अभियंता (वितरण/पारेषण स्कंद) नेडा के अधिकारी एवं समस्त उपखण्ड अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गयी। समीक्षा के दौरान उन्होंने निर्देशित किया कि सभी उपभोक्ताओं के साथ सम्मानित व्यवहार करते हुए राजस्व वसूली को अधिक से अधिक मात्रा में बढ़ाये, जिससे विभाग द्वारा उपभोक्ताओं को और बेहतर सुविधा दी जा सके। सभी अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र से सम्बन्धित सभी तकनीकी व वाणिज्यिक जानकारी रखते हुए प्राप्त की गयी ऊर्जा के सापेक्ष राजस्व वसूली हेतु निर्देशित किया गया। नेडा के अधिकारियों को वाराणसी के लिए वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत पर और अधिक कार्य करने हेतु निर्देशित किया।