कविता-कहानी

शांति बनाये रखने के लिये सत्य को चुनना ही श्रेष्ठ है

20सितंबर2021

अगर परिस्थिति ऐसी बन जाये जब शांति और सत्य में से किसी एक को चुनना पड़े तो निःसंकोच सत्य को चुन लेना ही श्रेष्ठ है शांति बनाये रखने के लिये सत्य को ही छोड़ देना, यह उचित नहीं है।

भगवान् राम और कृष्ण चाहते तो अपनी शांति के लिये कभी भी असत्य का विरोध ना करते उन्होंने केवल और केवल इसीलिए अशांति, समस्या भरे जीवन के दुर्गम मार्ग को स्वीकार किया ताकि सत्य का वरण और रक्षण किया जा सके।

यद्यपि जीवन का लक्ष्य शान्ति प्राप्ति ही है मगर वो शांति, जिसकी प्राप्ति सत्य के द्वारा होती है अतः सत्य के लिये शांति छोड़ी जा सकती है मगर शांति के लिये सत्य कदापि नहीं कभी सत्य का पालन मुस्कराकर होता है, कभी बोलकर और कभी चुप रहकर तो कभी युद्ध के द्वारा होता है यह अपने विवेक से चिन्तन करते रहें।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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