एक झलक

श्री राम जन्मभूमि पर पहली बार होगा भव्य जन्मोत्सव का आयोजन, ट्रस्ट की यह खास तैयारी

अयोध्या21मार्च: पहली बार मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के जन्मोत्सव को श्री राम जन्मभूमि परिसर में विशेष रुप से मनाए जाने की तैयारी है। भगवान श्री रामलला टेंट से निकलकर अपने अस्थाई मंदिर में विराजमान होने के 2 वर्ष पूरे हो रहे हैं। लेकिन यह पहला ऐसा अवसर है कि बड़े भव्यता के साथ उनके जन्मोत्सव पर आयोजन किया जाएगा। राम मंदिर ट्रस्ट ने इस जन्मोत्सव को लेकर तैयारी शुरू कर दी है।राम जन्मभूमि के पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने जानकारी दी है कि जब पहली बार ऐसा मौका होगा कि जब भगवान श्री राम के जन्म उत्सव पर 56 व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा। कहा कि 2 अप्रैल से प्रारंभ हो रहे नवरात्र कलश स्थापना के साथ इस उत्सव का प्रारंभ होगा इस दिन नवग्रह पूजन किया जाएगा भगवान श्री राम लला को पूर्णतया स्नान के साथ पंचमेवा वा पंचामृत से अभिषेक होगा इत्र से लेप किया जाएगा। जिसके बाद उन्हें सुंदर कपड़े पहनाकर श्रृंगार किया जाएगा। इसी तरह 9 दिन तक रामलला का श्रृंगार होगा।चैत्र शुक्ल नवमी की तिथि पर भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। दोपहर 12 बजे जन्म के बाद भव्य आरती का आयोजन होगा। तो वही बताया कि पहले राम जन्मभूमि परिसर में पंचमेवा के साथ पंजीरी बनती थी और पंचामृत बनता था। पेड़ा और फल का भी भोग लगाया जाता था। लेकिन इस बार नए ढंग से किया जाएगा। इस रामलला को जन्मोत्सव के दिन 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा और उसी का प्रसाद के रूप में वितरण भी किया जाएगा इसके साथ ही पूरे अस्थाई मंदिर को भव्यता के साथ सजाया जाएगा। वहीं बताया कि पहली बार बड़े ही भव्यता के साथ इस उत्सव को मनाने की तैयारी राम मंदिर ट्रस्ट के द्वारा की जा रही है जो बहुत ही सुंदर होगा।नवरात्री की नवमी तिथि के दिन भगवान श्री राम लला का जन्मोत्सव होगा ऐसा कहा जाता है कि जै दिन राम जन्म स्तुति गावै, तीरथ सकल जहां चली आवैं। भगवान श्री रामलला के जन्म के दौरान सभी देवता दौरान अयोध्या पहुंचते हैं। तो वही बताया कि इस बार दर्शनार्थियों की संख्या भी हर वर्ष से कई गुना ज्यादा बढ़ सकती है इसको लेकर राम जन्मभूमि परिसर में बहुत ही सुंदर व्यवस्था हो रही है। जिससे किसी भी दर्शनार्थियों को परेशानी न हो। और आराम से श्री रामलला का दर्शन मिल सके। इसके लिए प्रवेश मार्ग के साथ ही निकास द्वार और दर्शन के लिए ठहराव तक के लिए उचित प्रबंध किया जा रहा है।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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