सरकार की छवि खराब करने वाले नौकरशाहो पर CM योगी की बड़ी कार्यवाही, वरिष्ठ अफसरों पर गिरसकती गाज
लखनऊ16जुलाई: प्रदेश सरकार की छवि को खराब करने के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नौकरशाहों पर बड़ी कार्रवाई करने का ऐलान किया है। जिसमें उन्होंने वरिष्ठ अफसरो पर कार्रवाई करने की बात कही है।
जिसमे स्वास्थ्य और लोक निर्माण विभाग में फायदे कानून ताक पर रखकर किए गए तबादलों ने सरकार की साफ-सुथरी छवि पर सवाल उठाए है। वही पशुपालन विभाग में घोटाले से भी विपक्ष को सरकार पर हमला बोलने का मौका दिया है।
बता दे कि प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश सरकार की छवि खराब करने के मामले में नौकरशाहों पर बड़ी कार्रवाई की करने की तैयारी शुरू कर दी है। जिसमें स्वास्थ्य एवं लोक निर्माण विभाग में तबादलों में गड़बड़ियों और पशुपालन घोटालों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा रुख अपनाया है। मुख्यमंत्री ने तबादलों में गड़बड़ियों की जांच के लिए मुख्य सचिव और कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में गठित कमेटी गठित की है जबकि पशुपालन घोटाले की जांच के लिए आदेश जारी कर दिए है। मुख्यमंत्री कार्यालय को जांच रिपोर्ट का इंतजार है। इसके बाद स्वास्थ्य, लोक निर्माण विभाग व पशुपालन विभाग के कई वरिष्ठ अफसरों की विदाई संभव मानी जा रही है।
गौरतलब है कि स्वास्थ्य विभाग मे बीते दिनो 30 जून को हुए तबादलों को लेकर उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने नाराजगी जताते हुए स्थानांतरण नीति का पालन किए जाने की बात कही थी। पाठक ने मुख्य अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद द्वारा किए गए तबादलों पर नाराजगी जताते हुए पत्र भी लिखा था। पत्र में पाठक ने तबादलों में तमाम तरह की गड़बड़ियों का भी जिक्र किया था और अमित मोहन से इस पर स्पष्टीकरण भी मांगा है लेकिन उन्होंने उपमुख्यमंत्री के पत्र का कोई जवाब नही दिया है।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के तबादलो पर रिपोर्ट तलब की और पूरे प्रकरण की जानकारी लेने का के बाद जांच के लिए मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा को की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी बना दी। कमेटी को तबादलों में हुई गड़बड़ियों की समीक्षा करके 2 दिन में मुख्यमंत्री कार्यालय को रिपोर्ट सौंपने का को कहा गया है। इसी प्रकार पीडब्ल्यूडी में भी तबादलों की जांच के लिए एसपीओ की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई है।