सोनिया और प्रियंका गांधी हुए सक्रिय, राजनैतिक हलचल तेज जानें क्या है वजह
नई दिल्ली10नवंबर:राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच गतिरोध को सुलझाने के लिए कांग्रेस हाईकमान एक्टिव हो गया है. गहलोत और पायलट दोनों ही दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं, जिनके बीच सुलह-समझौते के लिए बुधवार को होने वाली बैठक में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी शामिल हो सकती हैं. राजस्थान में काफी समय से गहलोत मंत्रिमंडल के विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों को लेकर मामला उलझा हुआ है. सूत्रों की मानें तो कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी शिमला से दिल्ली पहुंच रही हैं. इसके बाद राजस्थान को लेकर होने वाली बैठक में शामिल हो सकती है. कांग्रेस संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल, राजस्थान प्रभारी अजय माकन के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बैठक है. इसके बाद सीएम गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिल सकते हैं. वहीं, सचिन पायलट भी मंगलवार शाम यूपी से दिल्ली पहुंच चुके हैं और बुधवार को उन्होंने केसी वेणुगोपाल के साथ मुलाकात की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दिल्ली में होने वाली बैठक को लेकर राजनीतिक गलियारे में चर्चाएं तेज हो गई हैं. सरकार और संगठन में होने वाले फेरबदल का सीधा संबंध हैं. लंबे समय से प्रदेश में मंत्रिमंडल फेरबदल, राजनीतिक नियुक्तियों और संगठन विस्तार पर हाईकमान के साथ चर्चा होना निश्चित माना जा रहा है. इसके मद्देनजर कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व के साथ सीएम अशोक गहलोत की मीटिंग है. गहलोत की होने वाली बैठक संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रभारी अजय माकन सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ है. हाल ही में कांग्रेस हाईकमान ने राजस्थान के चिकित्सा मंत्री डॉ रघु शर्मा को गुजरात का प्रभारी और राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को पंजाब का ऑब्जर्वर बनाया है. माना जा रहा है कि अब दोनों मंत्रियों की जगह कैबिनेट में खाली हो सकती है, क्योंकि हरीश चौधरी ने भी इसके संकेत दे चुके हैं. इसके अलावा संगठन में चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने के कारण भी कुछ और मंत्रियों को भी हटाए जाने की चर्चा जोरों पर है. मंत्रिमंडल में फेरबदल, राजनीतिक नियुक्तियां और संगठन में व्यापक बदलाव किए जाने की प्रबल संभावना है. इसी लिए गहलोत और पायलट का दिल्ली में कांग्रेस नेताओं के साथ होने वाली बैठक पर सभी की निगाहें लगी हुई हैं.