हड़ताली बिजलीकर्मियो के विरुद्ध एस्मा की तैयार,बिजलीकर्मियो ने कहा विभाग को बचाने के लिये होगा आर-पार का संघर्ष,समिति ने 10 बजे हड़ताल के लिए जारी किये निर्देश
लखनऊ 16मार्च ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा औऱ UPPCL के चेयरमैन देवराज ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि बिजलीकर्मियो से कई बार वार्ता हुई जो बे-नतीजा रही उन्होंने बताया की विभाग कर्मचारियों का है,विभाग कर्मचारियों से बनता है उस पर भी अगर जनता को कोई परेशानी होती है तो देश के कानून के तहत कार्यवाही होगी।
वहीँ बिजलीकर्मियो ने भी विभाग को बचाने औऱ कुछ पाने के लिए त्याग करने को तैयार है इस बार आर-पार के संघर्ष का मन बना लिया है। उनका कहना है कि बिजलीकर्मियो को हड़ताल पर जाने को विवश किया गया। उनका आंदोलन शांतिपूर्ण औऱ लोकतांत्रिक तरीके के हो रहा है।
इस बीच प्रदेश भर में कई उपकेन्द्रो औऱ फीडरों के बंद होने की खबरें मिल रही हैं
आज रात्रि 10:00 बजे से प्रस्तावित हड़ताल के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश
विद्युत उत्पादन ग्रहों एवं पारेषण, एसएलडीसी, ए एल डी एस की पाली में तैनात जूनियर इंजीनियर अभियंता एवं बिजली कर्मी रात्रि पाली की ड्यूटी पर नहीं जाएंगे।
रात्रि पाली के सभी कार्मिक सभी एक जगह एकत्र रहें यदि जिला प्रशासन अथवा पुलिस प्रशासन रात्रि पाली पर जाने के लिए बाध्य करता है तब उनसे कार्यस्थल पर जाने के बजाय गिरफ्तार करने का आग्रह करेंगे।
इवनिंग ड्यूटी के कर्मी रात्रि 10:00 बजे के पश्चात कार्य करने की असमर्थता जाहिर करें। नियंत्रण कक्ष के कंट्रोल रूम में बाकायदा अंकित कर दें की लगातार 8 घंटे तक कार्य करने के पश्चात मैं आगे कार्य करने में असमर्थ हूं।
विद्युत उत्पादन ग्रहों पर चार्ज देने वाला यदि कोई नहीं है तो मशीनों को सुरक्षित रूप से Box Up करने के पश्चात नियंत्रण कक्ष छोड़ें।
जिन 33/11 केवी उपकेंद्रों पर प्रशासन द्वारा चार्ज लिए जाने के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है वहां संयंत्रों को सुरक्षित रूप से बंद करें एवं उच्चाधिकारियों को सूचित कर बाहर निकल आए।
किसी भी पदाधिकारी के गिरफ्तारी की सूचना तत्काल संघर्ष समिति एवं संबंधित संगठन के पदाधिकारियों को उपलब्ध कराएं।
आंदोलन पूरी दृढ़ता के साथ शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए इसमें किसी भी प्रकार की हिंसा अथवा तोड़फोड़ स्वीकार नहीं है।
अपरिहार्य परिस्थितियों में इंटरनेट कॉलिंग के माध्यम से संगठन /संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों से संपर्क किया जा सकता है।
धैर्य पूर्वक निर्भय हो आंदोलन कार्यक्रम में आगे बढ़े सफलता निश्चित मिलेगी।