विद्युत विभाग:प्रधानमंत्री की स्मार्ट सिटी औऱ सूर्य घर योजना की स्मार्टनेस फंसी टेंडर की खामियों में:स्मार्ट मीटर की जगह नार्मल मीटर लगाने का आदेश:सामने टेंडर की खामियां
वाराणासी 6मार्च:””””””हाले पूर्वान्चल निगम””””””””प्रधानमंत्री की सूर्य घर योजना का औऱ वाराणासी स्मार्ट सिटी योजना प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पूर्वान्चल विद्युत वितरण निगम प्रबंधन की ख़ामियों के चलते उन पर ग्रहण लगते दिख रहा है।
स्मार्ट की जगह नार्मल मीटर के आदेश
उपभोक्ता की आवाज के द्वारा प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र के उपभोक्ताओं की समस्याओं को प्रमुखता से उठाये जाने के बाद सोये पूर्वान्चल निगम के मुखिया ने आज वाराणासी के स्मार्ट उपभोक्ताओं के परिसरो पर होने वाले ख़राब स्मार्ट मीटर(पोस्ट पेड) की जगह नार्मल मीटर(पोस्ट पेड) लगाये जाने के आदेश जारी किये।
उल्लेखनीय है कि वाराणासी क्षेत्र के तमाम उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर खराब हो जाने से पिछले 15-20 दिनों से बिजली नही मिल पा रही है।
स्मार्ट मीटर बदलने का जारी हुआ आदेश:निगम की खुली पोल
पूर्वान्चल मुखिया के आदेश में टेंडर में खराब मीटर बदलने की शर्त न होना दिखाया गया।जिससे यह प्रतीत होता है कि आननफानन में स्मार्ट मीटर लगाने का अनुबंध किया गया जिसका खामियाजा प्रधानमंत्री की स्मार्ट सिटी औऱ सूर्य घर योजना को उठाना पड़ रहा है।
प्रधानमंत्री के क्षेत्र का हाल
दूसरी तरफ़ पूर्वान्चल निगम में अधिकांश मुख्य अभियंता निगम के वातानुकूलित कमरो में संबद्ध है औऱ प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र के मुख्य अभियंताओ का पद अधीक्षण अभियंताओ के हवाले दिया गया है जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।
प्रधानमंत्री की सूर्य घर योजना में भी नार्मल मीटर
पूर्वान्चल मुखिया ने आदेश में सोलर रूफ टाफ योजना में स्मार्ट मीटर की जगह नार्मल मीटर लगाये जाने का निर्णय लिया।
इस आदेश के जंहा वाराणासी के उपभोक्ताओं को हो रही परेशानियों से निजात मिलेगी तो दूसरी औऱ स्मार्ट सिटी योजना की स्मार्टनेस पर प्रश्नचिन्ह लगता नज़र आ रहा है औऱ प्रबंधन एव एजेंसी का खेला साफ दिख रहा है।
खराब स्मार्ट मीटर पर एजेंसी को कलीन चिट:विभाग की कार्यवाही जिम्मेदार
पूर्वान्चल मुखिया के आदेश के अनुसार स्मार्ट मीटर प्रदाय एजेंसी मेसर्स ई०ई०एस०एल० को क्लीन चिट देते हुए विभागीय कार्यवाहियों के दौरान भार वृद्धि/संट/विद्युत चोरी आदि से उतारे गये/खराब हुए मीटरो को बदलने के लिये एजेंसी के अनुबंध में बदलने का प्राविधान न होने के कारण विभाग को नार्मल मीटर लगाना है।