सावन के आखिरी सोमवार पर श्री काशी विश्वनाथ धाम में उमड़ा भक्तों का सैलाब
वाराणसी08अगस्त: सावन के चौथे और अंतिम सोमवार को श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। बैरिकेडिंग में श्रद्धालुओं की लंबी कतार लगी रही। इनमें दूर-दराज से आए पुरुष व महिला कांवड़िया भी रहीं। बाबा के दर्शन के लिए रविवार मध्य रात से ही कतार लग गयी थी जो सोमवार तक अटूट चलती रहेगी। भक्तों ने दशाश्वमेध घाट पर गंगा स्नान के बाद पात्रों में जल भरकर काशी विश्वनाथ मंदिर की ओर रवाना हुए। इस दौरान दशाश्वमेध, काशी विश्वनाथ मंदिर, चौक, ज्ञानवापी आदि मार्गों पर बोल बम व हर हर महादेव का उद्घोष भी करते रहे। मंदिर के गेट नंबर चार से गोदौलिया और मैदागिन तक स्टील की बैरिकेडिंग लगाई है। इसी बैरिकेडिंग से होकर श्रद्धालु मंदिर में प्रवेश कर रहे हैं। दूर-दराज से नंगे पांव आये कांवड़ियों में से कुछ की वेशभूषा भी निराली रही।वहीं गंगा के सलिल धारा में भक्त की डुबकियां लगाने की होड़ दिखी। सावन के चौथे सोमवार को बाबा श्री काशी विश्वनाथ रुद्राक्ष श्रृंगार में दिखते हैं। वैसे तो बाबा श्री काशी विश्वनाथ का प्रतिदिन फूल-मालाओं से श्रृंगार होता है, लेकिन सावन के सभी सोमवार पर बाबा एक अलग ही रूप में भक्तों को दर्शन देते हैं। सावन के चौथे सोमवार को बाबा का श्रृंगार रुद्राक्ष से किया जाता है, जो बड़ा ही अद्भुत और आकर्षक होता है। यह श्रृंगार शाम के समय भोग आरती से पूर्व किया जाता है। इससे पूर्व पूरे मंदिर परिसर को भी फूल पत्ती मालाओं के साथ ही रुद्राक्ष से भी सजाया गया है।