हिन्दू पक्ष योद्धा विष्णु शंकर जैन का अभिनंदन समारोह संपन्न
वाराणसी 19 मार्च :रामनगर औद्योगिक एसोसिएशन द्वारा राजेंद्र विहार कॉलोनी सुंदरपुर स्थित ओंकार भवन में ज्ञानवापी सहित अनेको मंदिरों की मुक्ति के लिए संघर्ष कर रहे हिंदू पक्ष के योद्धा एवं भारत सरकार के शासकीय अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन का अभिनंदन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलित किया गया। मुख्य अतिथि भारत सरकार के शासकीय अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने कहा कि आप सभी के सहयोग का आकांक्षी हूं 31 वर्षों की लंबी लड़ाई के बाद हिंदुओं के लिए व्यास जी का तहखाना खुलना किसी इतिहास से कम नहीं है। न्यायालय के आदेश के बाद ज्ञानवापी परिसर में पूजा अर्चना प्रारंभ हुई। महादेव की कृपा काशी वासियों पर हमेशा बनी रहे।कार्यक्रम के मुख्य आयोजक रामनगर औद्योगिक एसोसिएशन के अध्यक्ष देव भट्टाचार्य ने बताया कि कालांतर में मुगलों द्वारा हमारे देश भर के मंदिरों को जिस प्रकार नष्ट किया गया हिंदू समाज को एक करके संवैधानिक तरीके से मुक्त करने का प्रयास करें इस लड़ाई में विष्णु शंकर जैन एवं उनके पिता सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता हरिशंकर जैन का अतुलनीय योगदान हम सबको प्राप्त हो रहा है तिथियों में ज्ञानवापी के बारे में भी आप सभी को जानकारी देना चाहता हूं कि प्रथम चरण वैदिक काल से औरंगजेब पूर्व तक ईसा पूर्व पहली शती सम्राट विक्रमादित्य ने भारत में पांच मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया जिसमें काशी का विश्वनाथ मंदिर भी था। 630 ई0 युवान च्यांग के अनुसार काशी में 100 देव मंदिर है 1194 ई0 मोहम्मद गोरी ने आक्रमण करके विश्वनाथ मंदिर सहित 1000 मंदिरों को काशी में तोड़ दिया और कुतुबुद्दीन ऐबक को शासक ने ऊपर चला गया इधर जब विश्वनाथ मंदिर तोड़े जाने की खबर फैली तो गांव गांव में प्रतिशोध की ज्वाला भड़क उठी और हिंदुओं ने बनारस को स्वतंत्र करा विश्वनाथ मंदिर के खंडहर का पूजन प्रारंभ किया ड्यूटी चरण 1669 ई से 18 अप्रैल औरंगजेब ने फरमान भेजा कि बनारस के सभी मंदिर ध्वस्त कर दिए जायें। चुनार किले से तोप मंगवा कर ही मंदिर को ठहाया जा सका और उस पर मस्जिद बनवाई गई किंतु पूरा मंदिर नहीं तोड़ा जा सका जिसका एक बड़ा भू भाग आज भी अवशेष के रूप में दिखाई देता है। वर्तमान काल 2020 से आगे यह सर्व विदित है कि इस्लाम के उदय कल से ही हिंदू समाज अपनी सनातन संस्कृति और अखंड भारत की रक्षा के लिए सदैव संघर्षशील रहा। आदि विश्वेश्वर ज्ञानवापी मुक्ति मंदिर संवैधानिक लड़ाई प्रारंभ कर दी गई है सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता हरिशंकर जैन व भारत सरकार के शासकीय अधिवक्ता विष्णु जैन के विधिक मार्गदर्शन में हिंदू समाज आगे बढ़ रहा है।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं पूर्व प्रोफेसर नागेंद्र पांडे ने भी मंदिर के संबंध में उल्लेख करते हुए उसके ऐतिहासिक एवं धार्मिक महत्व पर प्रकाश डाला।काशी विश्वनाथ न्यास के सदस्य चंद्रमौली उपाध्याय ने भी अपना पक्ष रखा ।कार्यक्रम में विभिन्न संस्थाओं के प्रमुखों को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से राकेश रंजन नगर संघचालक,कृष्णानंद चौबे भूतपूर्व मंडल वित्त प्रबंधक पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी, प्रमील पांडेय,अनिस अरोड़ा,शिवाकांत,अंकित, सुभाष,अंबरीश,कृष्ण मोहन, विनोद मथुरा वाले,सतीश गुप्ता, पंकज बिजलानी,आशीष गुप्ता,अनूप साहू, अमित गुप्ता कार्यक्रम में प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर नागेंद्र पांडेय, व संचालन चंदेश्वर जायसवाल ने किया।