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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रमंडल खेल 2022 के भारतीय दल का किया अभिवादन

नई दिल्ली 14अगस्त: प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने नई दिल्ली में राष्ट्रमंडल खेल (सीडब्ल्यूजी) 2022 के भारतीय दल का अभिवादन किया। इस कार्यक्रम में एथलीटों और उनके प्रशिक्षकों दोनों ने भाग लिया। इस अवसर पर केंद्रीय युवा कार्य एवं खेल और सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर और युवा कार्य और खेल राज्य मंत्री श्री निसिथ प्रामाणिक भी उपस्थित रहे।

प्रधानमंत्री ने बर्मिंघम में आयोजित राष्ट्रमंडल खेल 2022 में शानदार प्रदर्शन के लिए खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को बधाई दी, जहां भारत ने विभिन्न प्रतिस्‍पर्धाओं में 22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्य पदक जीते हैं। प्रधानमंत्री ने एथलीटों और उनके प्रशिक्षकों का स्वागत करते हुए राष्ट्रमंडल खेल 2022 में भारत के एथलीटों की उपलब्धियों पर अत्‍यंत गर्व व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह गौरव की बात है कि हमारे खिलाड़ियों की शानदार मेहनत के कारण देश एक प्रेरक उपलब्धि के साथ आजादी के अमृत काल में प्रवेश कर रहा है।

नरेंद्र मोदी ने उल्‍लेख किया कि पिछले कुछ हफ्तों में देश ने खेल के क्षेत्र में दो बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। राष्ट्रमंडल खेलों में ऐतिहासिक प्रदर्शन के साथ ही देश ने पहली बार शतरंज ओलंपियाड का आयोजन किया है। एथलीटों को संबोधित करते हुएप्रधानमंत्री ने कहाकि जब आप सभी बर्मिंघम में प्रतिस्पर्धा कर रहे थे, तब भारत में करोड़ों भारतीय देर रात तक जाग रहे थे, आपकी हर कार्यशैली का साक्षी बन रहे थे। बहुत से लोग अलार्म लगाकर सोते थे ताकि वे आपके प्रदर्शन का अपडेट लेते रहें।प्रधानमंत्री ने कहा कि दल की विदाई के समय किए गए अपने वादे के अनुसार आज हम जीत का जश्न मना रहे हैं।

शानदार प्रदर्शन का उल्‍लेख करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि पदकों की संख्या पूरी कहानी को प्रतिबिंबित नहीं करती है क्योंकि कई पदक बहुत कम अंतर से मिलने से रह गए,जिन्हें जल्द ही निर्धारित खिलाड़ीभविष्‍य में फिर से हासिल करने में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि भारत ने पिछली बार की तुलना में 4 नए खेलों में जीत का नया मार्गतलाश लिया है। लॉन बाउल्‍स से लेकर एथलेटिक्स तक, एथलीटों ने शानदार प्रदर्शन किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस प्रदर्शन से देश में युवाओं का नए खेलों के प्रति रुझान काफी बढ़ने वाला है। प्रधानमंत्री ने मुक्केबाजी, जूडो, कुश्ती में भारत की बेटियों की उपलब्धियों और राष्ट्रमंडल खेल 2022 में उनके शानदार प्रदर्शन का भी उल्‍लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि 31 पदक उन खिलाड़ियों से आए हैं जो पहली बार पदार्पण कर रहे हैं और यह युवाओं के बढ़ते आत्मविश्वास को दर्शाता है।

मोदी ने कहा कि एथलीटों ने न केवल देश को पदक भेंट कर उत्‍सव मनाने और गर्व करने का अवसर दिया है, बल्कि ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प को और मजबूत किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि एथलीट न केवल खेल बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी देश के युवाओं को बेहतर करने के लिए प्रेरित करते हैं। उन्होंने कहाकि आपने देश को विचार और लक्ष्य की एकता के धागे में पिरोया है जो हमारे स्वतंत्रता संग्राम की एक बड़ी शक्ति भी थी। स्वतंत्रता सेनानियों की एक लम्‍बी फेहरिस्‍त का उल्लेख करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि तरीकों में भिन्नता के बावजूद, उन सभी का स्वतंत्रता का समान लक्ष्य था। इसी तरह हमारे खिलाड़ी देश की प्रतिष्ठा के लिए मैदान में उतरते हैं। प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया कि तिरंगे की शक्ति यूक्रेन में देखी गई जहां न केवल भारतीयों के लिए बल्कि अन्य देशों के नागरिकों के लिए भी युद्ध क्षेत्र से बाहर निकलने के लिए तिरंगा एक सुरक्षा कवच बन गया था।

उन्होंने उन खिलाड़ियों के लिए भी प्रसन्नता व्यक्त की जो खेलो इंडिया के मंच से बाहर निकले और अंतरराष्ट्रीय मंच पर बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने टीओपीएस (टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम) के सकारात्मक प्रभाव का उल्‍लेख किया जो अब देखने को मिल रहा है। प्रधानमंत्री ने नई प्रतिभाओं की खोज करने और उन्हें सामने लाने के प्रयासों को तेज करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि हमारे पास एक खेल इकोसिस्‍टम बनाने की जिम्मेदारी है जो विश्व स्तर पर उत्कृष्ट, समावेशी, विविध और गतिशील हैऔर इसमें किसी भी प्रतिभा को पीछे नहीं छूटना चाहिए। प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों की सफलता में प्रशिक्षकों, खेल प्रशासकों और सहयोगी कर्मचारियों की भूमिका की भी सराहना की।

प्रधानमंत्री ने एथलीटों से आगामी एशियाई खेलों और ओलंपिक के लिए अच्छी तैयारी करने का आग्रह किया। आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर, प्रधानमंत्री ने एथलीटों और उनके प्रशिक्षकों से पिछले वर्ष देश के 75 स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों में जाकर बच्चों को प्रोत्साहित करने का अनुरोध किया था। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘चैंपियन से मिलो’ अभियान के अंतर्गत कई खिलाड़ियों ने इस कार्य को हाथ में लेते हुएइसे पूर्ण किया है। प्रधानमंत्री ने उनसे इस अभियान को आगे बढ़ाने का भी आग्रह किया क्योंकि राष्ट्र के युवा एथलीटों को रोल मॉडल के रूप में देखते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आपकी बढ़ती पहचान, क्षमता और स्वीकृति का उपयोग देश की युवा पीढ़ी के लिए किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने एथलीटों को उनकी ‘विजय यात्रा’ के लिए बधाई देते हुए अपने संबोधन का समापन किया और उन्हें भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दीं।

उनके द्वारा प्रमुख खेल आयोजनों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले एथलीटों को प्रेरित करते हुएउनका अभिवादन करनाएक निरंतर प्रयास का हिस्सा है। पिछले वर्ष, प्रधानमंत्री ने टोक्यो 2020 ओलंपिक के लिए रवाना हुए भारतीय एथलीट दल और टोक्यो 2020 पैरालंपिक खेलों के लिए भारतीय पैरा-एथलीट दल के साथ भी वार्तालाप किया था। राष्ट्रमंडल खेल 2022 के दौरान भी, प्रधानमंत्री ने एथलीटों की प्रगति में गहरी रुचि‍ दिखाई और उन्हें बेहतर करने की प्रेरणा देते हुए उनकी सफलता और अथक प्रयासों के लिए बधाई दी। राष्‍ट्रमंडल खेल 2022 बर्मिंघम में 28 जुलाई से 08 अगस्त 2022 तक आयोजित किये गयेथे। कुल 215 एथलीटों ने 19 खेल प्रतिस्‍पर्धाओं के 141 आयोजनों में भाग लिया, जहाँ भारत ने विभिन्न प्रतिस्‍पर्धाओं में 22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्य पदक जीते।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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