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बंगाल में भड़की हिंसा के दहशत से लोग पलायन कर रहे स्थानीय, 8 लोगों को जिंदा जलाया गया

23मार्च2022

बीरभूम: पश्चिम बंगाल के बीरभूम में टीएमसी नेता की हत्या के बाद हिंसा फैल गई. आरोप है कि यहां गुस्साई भीड़ ने करीब एक दर्जन घरों को आग के हवाले कर दिया. 8 लोगों की जलकर मौत हो गई. मरने वालों में 3 महिलाएं और 2 बच्चे भी शामिल हैं. हालांकि, पुलिस का कहना है कि वह आग लगने की वजह का पता लगाने के लिए जांच कर रही है. बीजेपी ने राज्य में हो रही राजनीतिक हिंसाओं को लेकर ममता सरकार को जिम्मेदार ठहराया है और राष्ट्रपति शासन की मांग की है. उधर, हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ आमने सामने आ गए हैं.

मरने वालों में मीना बीबी, नूरनिहार बीबी, रूपाली बीबी, बानी शेख, मिहिर शेख, नेकलाल शेख शामिल हैं. इन्हें प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में मंगलवार रात को दफनाया गया. इस मामले में अब तक 11 लोगों की गिरफ्तारी हुई है. ममता सरकार ने SIT का गठन कर 72 घंटे में जांच की रिपोर्ट मांगी है. रामपुरहाट के बोगतुई गांव के लोग सोमवार रात बम की आवाज से चौंक कर उठे तो उन्होंने देखा कि कई घर आग की चपेट में आ गए हैं. इसके बाद लोगों ने आग को बुझाने का प्रयास किया. साथ ही पुलिस और फायर ब्रिगेड को फोन किया. लेकिन तब तक आग कई घरों को अपनी चपेट में ले चुकी थी. पुलिस ने जले हुए एक घर से 7 शवों को बाहर निकाला. इसमें दो बच्चे भी शामिल थे. वहीं, इसके बाद 1 मौत अस्पताल में हो गई.

इस हादसे में जिंदा बची एक महिला ने बताया कि हम सो रहे थे. तभी हमने धमाकों की आवाज सुनी. कुछ लोगों ने हमारे घरों में आग लगा दी. मैं भागने में कामयाब हो गई. लेकिन मुझे नहीं पता कि मेरे परिवार के बाकी लोगों के साथ क्या हुआ? राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने हिंसा पर दुख व्यक्त किया है. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने वीडियो ट्वीट कर लिखा, भयानक हिंसा और आगजनी की घटना संकेत दे रही है कि राज्य हिंसा की संस्कृति और जंगलराज के हवाले है. अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है. मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ है. जगदीप धनखड़ ने बताया कि उन्होंने इस मामले को लेकर चीफ सेक्रेटरी से रिपोर्ट तलब की है.

उधर, ममता बनर्जी राज्यपाल धनखड़ के बयान पर भड़क गईं. उन्होंने राज्यपाल के बयान को व्यापक और गैरजरूरी बताया है. ममता बनर्जी ने इस मामले में राज्यपाल को एक पत्र लिखकर आग्रह किया है कि उन्हें इस तरह की टिप्पणी करने से बचना चाहिए. ममता ने पत्र में यह भी संकेत दिया कि यह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है.

बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष, लॉकेट चटर्जी, अर्जुन सिंह समेत 9 लोगों के प्रतिनिधित्वमंडल ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और हिंसा में दखल की मांग की. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 5 सदस्यों की कमेटी का गठन किया. इसमें चार सांसद हैं. वे हिंसा की जगह का दौरा करेंगे. फैक्ट फाइंडिंग कमेटी में उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी ब्रिज लाल, पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर सत्यपाल सिंह, पूर्व आईपीएस अफसर केसी रामामूर्ति, पश्चिम बंगाल बीजेपी चीफ सुकांता मजूमदार (सभी सांसद) और पूर्व आईपीएस अफसर भारती धोष शामिल हैं.

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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