महंगाई से बिगड़ा बजट, रसोई गैस, तेलों की महंगाई से जनता बेहाल, सब्जियों के दाम आसमान पर
21अक्टूबर2021
देश में त्यौहारों का सीजन शुरू हो चुका है, लेकिन इस सीजन की चमक महंगाई से फीकी पड़ती दिखाई दे रही है। एक तरफ पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस, सरसों का तेल इन सबकी महंगाई से जनता बेहाल है तो वहीं टमाटर, प्याज सहित अन्य सब्जियों के दाम भी आसमान पर पहुंच गए हैं। सब्जियों की कीमत में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी जा रही है। इस महंगाई से किचन का बजट बिगड़ गया है। एक तरफ प्याज के बढ़े हुए दाम लोगों को रुला रहे हैं, दूसरी तरफ टमाटर की कीमत प्याज से भी आगे उछाल मार रही है।
देश में प्याज की खुदरा कीमतें 60-70 रुपये प्रति किलो और टमाटर की कीमतें अलग-अलग स्थानों पर 70-90 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं। ईंधन की लगातार बढ़ती कीमतों और मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में हुई भारी बरसात से फसल को हुए नुकसान के कारण टमाटर और प्याज की कीमतें आसमान पर पहुंच गई हैं।
बता दें कि पिछले कुछ महीनों में डीजल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी के कारण विभिन्न राज्यों से दिल्ली तक सब्जियों की परिवहन लागत में कई गुना वृद्धि हुई है। सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि ट्रांसपोर्टर अधिक शुल्क ले रहे हैं और व्यापारियों के पास बढ़ी हुई परिवहन लागत को बैलेंस करने के लिए उत्पादों को उच्च दरों पर बेचने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है।
प्याज, टमाटर सहित अन्य सब्जियों के दामों में दिवाली के बाद अगले महीने से गिरावट हो सकती है। टाइम्स ऑफ इंडिया ने एक सब्जी व्यापारी के हवाले से कहा, लोग अगले महीने से कीमतों में राहत की उम्मीद कर सकते हैं। नई फसल नवंबर से बाजार में उपलब्ध होने की संभावना है, जिससे टमाटर और प्याज की कीमतों में गिरावट आएगी।”