विद्युत विभाग:फर्जी टेंडर घोटालेबाज नटवरलाल कार्यकारी अधिकारी के साथ खड़ा हुआ संगठन:अधीक्षण अभियंता ने पीड़ित महिला कर्मचारी को ही खड़ा किया कटघरे में
वाराणासी 23 अप्रैल:”””””””””शम्भू राज में संभव”””””””””” पीड़ित महिलाकर्मी की शम्भू के दरबार मे दुबारा गुहार””पूर्वान्चल निगम के दूसरे नटवरलाल कार्यकारी अधिकारी, राहुल कुमार औऱ अधीक्षण अभियंता द्वारा करोड़ो के फर्जी टेंडर घोटाले में भ्रष्टाचार पर अपने चिरपरिचित अंदाज में पूर्वान्चल प्रबंध द्वारा मिट्टी डालने के काम मे लग गए।
30 करोड़ के फर्जी टेंडर घोटाले की जांच दरकिनार,महिलाकर्मी को ही खड़ा कर दिया कटघरे में
नटवरलाल कार्यकारी सहायक पर महिला सहकर्मी द्वारा उत्पीड़न के आरोप के साथ पूर्वान्चल मुखिया के दरबार मे न्याय की गुहार लगाने पर प्रबंधन द्वारा मामले में 8 घंटे में रिपोर्ट देने के लिए मुख्य अभियंता वाराणासी क्षेत्र को निर्देश दिए थे, 24 घण्टे बाद महिला कर्मी को ही कटघरे में खड़ा करते हुए मुख्य अभियंता ने पूर्वान्चल प्रबंध को नटवरलाल कार्यकारी सहायक को दोष मुक्त करते हुए रिपोर्ट सौंप दी।
निदेशकों की दावत औऱ चांदी की प्लेट का कमाल
ख़ास बात यह है कि मामले की जांच में पीड़ित महिलाकर्मी से कोई बयान नही लिया गया,बिना बयान के ही एक तरफा नटवरलाल के पक्ष में रिपोर्ट बनाई गई
महिलाकर्मी न्याय के लिए पुनः शम्भू के दरबार मे
अधीक्षण अभियंता औऱ मुख्य अभियंता के द्वारा मामले में भेजी गई रिपोर्ट की जानकारी लगते ही पीड़ित महिलाकर्मी ने प्रबंध निदेशक के दरबार मे दोबारा न्याय के लिए घुहार लगाई है साथ मे महिला आयोग,ST/SC आयोग,उत्तर प्रदेश के साथ राष्ट्रीय ST/SC आयोग,नई दिल्ली को मामले से अवगत कराया।
घोटालेबाज के सम्मान में संगठन मैदान में
अधीक्षण अभियंता औऱ मुख्य अभियंता के द्वारा महिलाकर्मी की शिकायत के मामले में लीपापोती औऱ कार्यकारी अधिकारी को क्लीन चिट मिलने के बाद संगठन भी कार्यकारी अधिकारी के सम्मान में मैदान में उतर आया है।
उल्लेखनीय है कि करोड़ो के फर्जी टेंडर घोटाले के नटवरलाल कार्यकारी अधिकारी विद्युत मजदूर संगठन के पदाधिकारी है।
महिला के सम्मान में नही कोई मैदान में
वही महिलाकर्मी के उत्पीड़न मामले में किसी भी संगठन द्वारा महिला के साथ खड़ा नज़र नही आया।
पड़ताल जारी है………..