विद्युत विभाग:पूर्वान्चल में आज संयुक्त संघर्ष समिति की विशाल जनजागरण रैली,इंजीनयरो पर चेयरमैन के खोफ़ का साया,ज़्यादातर अभियन्ता पर्दे के पीछे,चर्चाओं का माहौल गर्म
वाराणसी 2 मार्च:उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री के सलाहकार की अध्यक्षता बीच संघर्ष समिति औऱ ऊर्जा प्रबंधन के बीच हुए समझौते का पालन न होने और चैयरमैन की तानाशाही के विरुद्ध संघर्ष समिति की 16 फ़रवरी को 72 घंटो की सांकेतिक प्रस्तावित हड़ताल के मद्देनजर नज़र प्रदेश भर में दौड़े औऱ जनजागरण रैली के कार्यक्रम के तहत आज पूर्वान्चल में 2 बजे से 5 बजे तक विशाल रैली डिस्काम में होगी, पूर्वान्चल संयोजक/सह संयोजक ने कर्मचारियो से भारी संख्या में रैली स्थल पर एकत्रित होने की अपील की।
चेयरमैन के रौद्र रूप से ख़ौफ़ में अभियन्ता,ख़ौफ़ से नही किया अपने इंजीनियर का सम्मान
कहावत हैं कि “हिम्मते मर्दा मददते खुद” चेयरमैन के विरुद्ध औऱ जायज़ माँगो के लिए पिछले 1 वर्ष से हो रहे आंदोलन में संघर्ष समिति औऱ चेयरमैन में सह मात का खेल जारी है अभियन्ता औऱ कर्मचारी सभी एक जुट हो कर संघर्ष समिति के बैनर तले अपनी आवाज़ बुलंद कर रहे है परन्तु समय समय पर चेयरमैन द्वारा भी अभियंताओ पर दंडनीय कार्यवाही कर अपनी आवाज को बुलंद किया जाता रहा जिससे तमाम अभियंताओ में चेयरमैन का ख़ौफ़ दिलो दिमाक में घुस चुका है जिसका ताजा ताजा मामला 2 दिन पहले देखने को मिला जब चेयरमैन के द्वारा पूर्वान्चल के निदेशक पर सेवा निवृत्त के 2 दिन पहले FIR दर्ज करवाई,FIR दर्ज होते है पूर्वान्चल के तमाम इंजीनियर औऱ अभियन्ता संध के पदाधिकारियों ने बिजली विभाग के इतिहास में दर्ज करवाते हुए निदेशक का सेवा निवृत कार्यक्रम ही नही किया औऱ तो औऱ 2-3 साहसिक अभियन्ता/कर्मचारियो ने निदेशक की सम्मान पूर्वक विदाई कार्यक्रम किया तो सारे इंजीनयर ग़ायब रहे निदेशक के कमरे में झाँकने की हिम्मत ही नही कर पाए।
आने वाले समय मे अभियंताओ पर चैयरमैन के इस ख़ौफ़ का क्या प्रभाव पड़ता है ये देखने लायक होगा,कर्मचारियो में तरह तरह की चर्चाओं का बाज़ार गर्म है
वैसे इस माहौल में फ़िल्म शोले का एक प्रशिद्ध डायलॉग सटीक बैठ रहा है “अरे ओ सांभा लगता है ठाकुर ने………..की फौज बनाई है”
पाठक खुद निर्णय करे की ठाकुर कौन, ठाकुर के………कौन