असि घाट पर सुबह- ए- बनारस के मंच पर काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव के विशेष चरण के अंतर्गत सांस्कृतिक आयोजन हुआ सम्पन्न
वाराणसी 14 सितंबर जिला प्रशासन वाराणसी के तत्वावधान में असि घाट पर सुबह- ए- बनारस के मंच पर सायंकाल काशी सांसद सांस्कृतिक महोत्सव के विशेष चरण के अंतर्गत सांस्कृतिक आयोजन सम्पन्न हुआ जिसमें पहली प्रस्तुति में भगीरथ जालान ने राग यमन में, दर्शन दो कृष्ण मुरारी मोहे। कजरी से समापन किया बरसन लागी बदरिया। संगत कलाकारों में तबले पर पंडित ललित ,हारमोनियम पर उज्जवल साहनी, तानपुरा पर सुश्री अंजली वर्मा उपस्थित रहे। कलाकारों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति से सभी के हृदय को आनंदित किया। द्वितीय प्रस्तुति में उत्तर भारत का प्रसिद्ध कथक नृत्य डॉ विधि नागर जो काशी हिंदू विश्वविद्यालय में संगीत एवं मंच कला संकाय नृत्य विभाग की विभागाध्यक्ष अपनी शिष्यओ सुश्री रागिनी कल्याण सुश्री शिखर रमेश के साथ हिंदी दिवस की बधाई देते हुए इसी उपलक्ष्य में राष्ट्रकवि माखनलाल चतुर्वेदी जी की कविता पुष्प की अभिलाषा से की उसके पश्चात गंगा स्तुति तथा शिव आराधना डमरू हर कर बाजे तृतीय प्रस्तुति के रूप में तिरवत तथा उसके पश्चात कजरी बरसन लगी बदरिया झूम झूम के और अंत में तराना के साथ प्रस्तुति का समापन किया।अद्भुत प्रस्तुति प्रस्तुत कर दर्शक गण के हृदय को मंत्र मुग्ध किया। काशी सासंद सांस्कृतिक महोत्सव के प्रणेता एवं सुबह ए बनारस के संरक्षक आयुक्त वाराणसी कौशल राज शर्मा एवम आप की पत्नी ने समस्त कलाकारों को प्रमाण पत्र प्रदान कर कलाकारो का सम्मान किया। सुबह ए बनारस परिसर में महोत्सव का संयोजन डॉक्टर रत्नेश वर्मा ,सचिव सुबह ए बनारस ने किया । कार्यक्रम का समन्वय क्षेत्रीय सांस्कृतिक पुरातत्व अधिकारी सुभाष चंद्र यादव ने किया।
कार्यक्रम का कुशल संचालन सीमा केसरी ने किया। इस अवसर पर पदम श्री डॉ सरोज चूड़ामणि , सुबह ए बनारस की संस्थापक डॉ रत्नेश वर्मा , पदम श्री डॉ HR नागेंद्र , कृष्ण कुमार जालान , श्रीमती सीमा जालान, बैंक ऑफ बड़ौदा से संजीव भास्कर (आर बी एम )श्याम कुमार केसरी सहित भारी संख्या में दर्शक गण उपस्थित रहे।