विद्युत विभाग:पूर्वांचल डिस्कॉम मुख्यालय के अधिकारी हुए पैदल, नायक बने खलनायक, जाने कौन-कौन अधिकारी हुए पैदल
वाराणसी 2 जनवरी:पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में अधिकारियो के लिए लगी गाड़ियों के मालिकों ने बिना टेंडर हुए चलवाने से मना कर दिया।प्राप्त जानकारी के अनुसार अधिकारियों के आने जाने के लिए चार पहिया गाडियो को आउटसोर्सिंग के माध्यम से विभाग में लगवाया गया था,टेंडर की अवधि खत्म हो जाने के बाद 2 से 3 माह का टेंडर एक्सटेंशन किया गया था,एक्सटेंशन अवधि समाप्त हो जाने के बाद नया टेंडर प्रकाशित न कर पुनः टेंडर एक्सटेंशन करने की प्रक्रिया से नाराज ठेकेदारो ने गाड़िया खड़ी करवा ली।
अरविंद नायक,अधीक्षण अभियंता, प्रशासन की कार्यशैली से नाराज ठेकेदार
ठेकेदारों के कहना है की टेंडर की शर्तों को पूरा करते हुए विभाग में गाड़ियां लगवाई गई है,किस गाड़ी पर कौन चलेगा इसका निर्धारण विभाग खुद करता है,जिस अधिकारी के पास गाड़ी रहती है वो उस गाड़ी का चलने का हिसाब किताब रखता है और लॉक-बुक पर हस्ताक्षर कर यात्रा को प्रमाणित करता है उसके बाद भी अधीक्षण अभियन्ता, प्रशासन द्वारा हर माह बिलो से जानबूझ कर नाजायज़ कटौती करते रहते है जिसका कई बार विरोध भी किया गया परतुं कुछ भी नही हुआ। टेंडर अवधि के समाप्त हो जाने के बाद नया टेंडर नही निकाला जा रहा है मनमानी कर पुरानी दर पर बार-बार टेंडर एक्सटेंशन किया जा रहा है।
अधीक्षण अभियंता के अनुसार गाड़ियों की नही है जरूरत
ठेकेदारों के कहना है की इन सभी समस्याओं के साथ जब अधीक्षक अभियन्ता, प्रसाशन से मुलाकात की गई औऱ नया टेंडर निकालने के बात की तो कहा गया की डिस्कॉम में गाड़ियों की जरूरत नही है 2-2 महीनों के एक्सटेंशन पर चलवाना है हो अपनी गाड़ियां चलवाये नही तो ले जा सकते है नया टेंडर नही होगा।
वही विभागीय शूत्रो के अनुसार अपने चहेतों को टेंडर दिलवाने के लिए लिए अधीक्षण अभियंता ने पुरानी दर पर ही बार-बार टेंडर एक्सटेंशन कर रहे है जिससे परेशान हो कर वर्तमान के ठेकेदारों भाग जाए ।
प्रबंध निदेशक के स्टाफ ऑफिसर, डायरेक्टर, कंपनी सचिव समेत दर्जनों ऑफिसर हुए पैदल
बी०के०बंसल स्टाफ़ ऑफिसर,अरविंद सिंह स्टाफ़ ऑफिसर,डायरेक्टरफाइनेंस,डी०जी०एम०फाइनेंस,डायरेक्टर कमर्शियल,सुभाष तिवारी कम्पनी सचिव समेत दर्जनों मुख्य अभियंता औऱ अधीक्षण अभियंता सुबह के समय गाड़ी से आये दोपहर बाद हुए पैदल