पूर्वांचल

जूनियर इन्जीनियरो एवं प्रोन्नत अभियन्ताओ के आंदोलन का रुख हुवा सख्त,विभागीय मोबाइल फोन न होने के कारण अवर अभियंताओं ने सी यू जी नंबर किया बंद।

वाराणसी11अक्टूबर:राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन के नियमानुसार कार्य (वर्क टू रूल ) एवं अनिश्चितकालीन क्रमिक उपवास आंदोलन आज ग्यारहवें दिन भी शक्ति भवन मुख्यालय लखनऊ पर जारी है।

इसी क्रम में जनपद वाराणसी के जनपद अध्यक्ष संजय भारती ने बताया कि आज दोपहर में मीटिंग बुलाकर सभी सदस्यों का विभागीय सी यू जी नंबर संगठन के पास जमा करा लिया गया है। जब तक हमारे सदस्यों को विभागीय मोबाइल प्रदान नहीं किया जाता है तब तक जनपद के सारे सदस्यों का सी यू जी नंबर बंद रहेगा। केंद्र के निर्देशानुसार आज भी मुख्य अभियंता कार्यालय पर सायं 04बजे से 06 बजे तक विरोध दर्ज कराया गया। सभा को संबोधित करते हुए मंडल अध्यक्ष सूर्यनाथ यादव ने कहा कि विद्युत लाइन का शटडाउन ग्रामीण उपकेंद्रों पर फोन द्वारा बंद करा दिया गया है और आगे भविस्य मे वर्क टू रूल का और कड़ाई के साथ पालन किया जाएगा।

जनपद सचिव गुलाब चंद प्रजापति ने बताया कि मेरे द्वारा विद्युत उपकेंद्रों का वर्क टू रूल का पालन किए जाने का सतत् निगरानी की जा रही है। प्रदेश के सभी अवर अभियंता विभागीय मोबाइल फोन उपलब्ध न कराए जाने के कारण वर्क टू रूल के अंतर्गत सीयूजी नंबर बंद रखेंगे। केंद्रीय महासचिव नीरज बिंद ने बताया कि किसी भी प्रकार का विभागीय कार्य निजी मोबाइल फोन से नहीं करेंगे तथा किसी भी प्रकार का ऑनलाइन कार्य जैसे झटपट से संयोजन निर्गत करना, ERP , आईजीआरएस, इत्यादि कार्यों से विरत रहेंगे।

सभाध्यक्ष महोदय इं0 रत्नेश सेठ ने अपने संबोधन में स्पष्ट रूप से निर्देश किया कि संशाधन नहीं तो कार्य नहीं के सिद्धांत पर यह सभी निर्णय लिया गया है। ऊर्जा प्रबंधन द्वारा वादाखिलाफी और बार बार बनी सहमतियों के बावजूद भी सकारात्मक परिणाम न आने के कारण ऊर्जा विभाग की छवि धूमिल हो रही हैl

मुख्य अभियंता कार्यालय पर उपरोक्त आंदोलन में प्रमुख रूप से इं0 संतोष मौर्य, इं0 नीरज बिंद, इं0 भरत बिंद, इं0 उपेन्द्र कुमार, इं0 लालब्रत प्रजापति, इं0 ललित मोहन चतुर्वेदी, इं0 दीपक अग्रवाल, इं0 शिवेंद्र, इं0 जितेंद्र जी, इं0 सर्वेश कुमार, इं0सतेंद्र कुमार एवं सभी सदस्य उपस्थित रहे।

सभा की अध्यक्षता इं0 रत्नेश सेठ व संचालन इं0 गुलाब चंद्र प्रजापति जी ने किया।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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