विद्युत विभाग: चिताईपुर थाने की पुलिस पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के घोटालेबाज पर मेहरबान
वाराणसी 22 अप्रैल:पूर्वान्चल निगम में 10 करोड़ के घोटाले में नटवरलाल लेखाकार की मनी-ट्रेल पर यह जानकर आपको आश्चर्य होगा की छोटे छोटे अपराधों पर पुलिस पूरी तरह एक्शन में नजर आती है पर पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम वित्तीय अनुभाग में 4अप्रैल को लगभग 10करोड़ के गबन के मामले का खुलासा हुआ देर रात चिताईपुर थाने में विभागीय लेखाकार केशवेन्द्र द्विवेदी के विरुद्ध विभाग द्वारा FIR दर्ज कराई गयी पर उसी रात से फरार आरोपी लेखाकार पुलिस के हाथ नही लगा,जबकी पुलिस के मुताबिक आरोपी लेखाकार को पकड़ने के लिये वाराणासी से लेकर गृह जनपद प्रयागराज तक दबिश दी गई।
लगातार मामले को मीडिया की सुर्खियों में होने के कारण एक सप्ताह बाद वाराणसी के जिला न्यायालय की अदालत में आराम से अपने सहयोगियों की मदद से सरेंडर कर दिया जिस पर अदालत ने उसे 14दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया था।
आरोपी लेखाकार के सरेन्डर पर चितईपुर पुलिस का कहना था कि जांच के लिए आरोपी की पुलिस अभिराक्ष के लिए अदालत में जल्द प्रार्थना-पत्र देगी।
आरोपी के विरुद्ध अब तक चिताईपुर पुलिस की ख़ामोशी पर उठ लगी उगलिया
जहा एक तरफ भ्रष्टाचार पर चिर परिचित अंदाज में पूर्वांचल निगम आरोपी लेखाकार के विरुद्ध पुलिस FIR के बाद हाथ पे हाथ धरे बैठा है वही दूसरी तरफ चिताईपुर थाने की पुलिस भी उसी मुद्रा में नजर आ रही है जिसे लेकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर अब उंगलियां उठने लगी, इतने बड़े घोटाले को अंजाम देने वाले और 10 करोड़ की मनी ट्रेल के खेल का खुलासा करने में पुलिस घोटालेबाज लेखाकार और विद्युत विभाग पर क्यों मेहबान है।