पूर्वांचल

वाराणसी के नगर आयुक्त शिपू गिरि के द्वारा प्रातः काशी के विभिन्न क्षेत्रों का किया निरीक्षण, दिए आवश्यक निर्देश

वाराणसी 22मार्च, मंगलवार की सुबह नगर आयुक्त शिपू गिरि के द्वारा नगर की साफ-सफाई की व्यवस्था, कर्मचारियों की उपस्थिति तथा डोर टू डोर कलेक्शन की स्थिति का भौतिक सत्यापन करने के लिये निगम क्षेत्रों का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान चैकाघाट, पियरिया पोखरी के पास स्थित पुरूष मुत्रालय की स्थिति असंतोषजनक पाये जाने पर वहाॅ की कमियों को तत्काल दूर करने तथा सौन्दर्यीकरण कराये जाने के लिये मुख्य अभियन्ता, नगर निगम, वाराणसी को निर्देशित किया गया, साथ ही मौके पर उपस्थित नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा0 एन0पी0 सिंह को उक्त स्थल पर साफ सफाई एवं आई0ई0सी0 कार्य कराने हेतु निर्देशित किया गया।

निरीक्षण के दौरान कालभैरव मंदिर के पास पैदल भ्रमण करते हुये मंदिर मुख्य मार्ग का भ्रमण किया गया तथा मंदिर चैराहे पर स्थित अर्द्धनिर्मित शौचालय को देखकर उपस्थित अधिकारियों से इसके सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी कि किन परिस्थितियों में शौचालय का कार्य पूर्ण नही किया जा रहा है? उपस्थित अधिकारियों द्वारा बताया गया कि उक्त स्थल पर हो रहे निर्माण के सम्बन्ध में किसी स्थानीय नागरिक के द्वारा मा0 न्यायालय में याचिका दाखिल की गयी है जिस पर पूर्व से स्थगन आदेश था। इस सम्बन्ध में प्रभारी अधिकारी (विधि) को निर्देशित किया गया कि इस सम्बन्ध में मा0 न्यायालय में उक्त आदेश के विरूद्ध स्थगन आदेश को निरस्त कराने हेतु आवश्यक कार्यवाही की जाय।
चैक, कोतवाली क्षेत्र में सफाई व्यवस्था के निरीक्षण के दौरान संज्ञान में आया कि कुछ सफाई कर्मचारी बिना ड्रेस कोड एवं आवश्यक सफाई उपकरणों के बिना सफाई कार्य कर रहे हैं। इस सम्बन्ध में नाराजगी व्यक्त करते हुये क्षेत्रीय सफाई एवं खाद्य निरीक्षक श्रीमती अनुश्री श्रीवास्तव एवं महेन्द्र यादव को कारण बताओं नोटिस एवं प्रतिकूल प्रविष्टि दिये जाने तथा कृत कार्यवाही से आज ही अवगत कराये जाने हेतु नगर स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया गया।
विभिन्न गलियों में निरीक्षण के दौरान क्षेत्रीय नागरिकों से संवाद किया गया, जिसमें कुछ नागरिकों के द्वारा बताया गया कि नन्दन साहू लेन में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन तथा सफाई का कार्य मानक के अनुसार नही हो रहा है। इस सम्बन्ध में मौके पर उपस्थित मे0 वाराणसी वेस्ट सोल्यूशन लि0 के स्थानीय प्रबंधक को कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुये कार्यो में गुणात्मक सुधार लाने हेतु निर्देशित किया गया तथा नगर स्वास्थ्य अधिकारी को इस सम्बन्ध में अनुबन्ध के तहत समस्त मानकों का शत प्रतिशत अनुपालन एजेंसी के द्वारा कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया। साथ ही किये जा रहे डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के कार्यों का किसी स्वतंत्र एजेंसी से सर्वे कराकर रिपोर्ट प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया।
निरीक्षण के दौरान क्षेत्रीय नागरिकों के द्वारा अवगत कराया गया कि गलियों में सीवर के चेम्बर भरे हुये हैं, जिससे आये दिन सीवर ओवर फ्लो का सामना करना पड़ता है। इस सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही हेतु महाप्रबन्धक, जलकल को निर्देशित किया गया।
निरीक्षण में पाया गया कि मे0 वाराणसी वेस्ट सोल्यूशन प्रा0लि0 एजेंसी के द्वारा कराये जा रहे कार्य सिमित कर्मचारियों के माध्यम से कराया जा रहा है। इस सम्बन्ध में नगर स्वास्थ्य अधिकारी को मे0 वाराणसी वेस्ट सोल्यूशन प्रा0लि0 एजेंसी के द्वारा प्रस्तुत मासिक बीजक से कटौती करने हेतु निर्देशित किया गया।
प्रातःकालीन निरीक्षण के समय गोलघर चौराहे पर चाय पी रहे नागरिकों से संवाद के दौरान नागरिकों द्वारा सुझाव दिया गया कि इस क्षेत्रों में रात्रिकालीन सफाई व्यवस्था हो तो अच्छा रहेगा, साथ ही गलियों में कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों पर एवं कर्मचारियों के पोषाक पर नगर निगम का नाम लिखने के साथ ही शिकायत दर्ज कराने का अथवा कन्ट्रोल रूम का नम्बर अंकित हो तो जनहित में अच्छा होगा। क्षेत्रीय नागरिकों के इस सुझाव का संज्ञान लेते हुये इसे जल्द से जल्द कराने हेतु नगर स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया गया।
निरीक्षण में क्षेत्रीय नागरिकों के द्वारा बताया गया कि नगर निगम द्वारा दी जा रही सुविधाओं जैसे-शौचालयों की सूची व दिशा तथा गर्मी के दौरान पीने का पानी के प्याउ के स्थान के बारे में मार्गो पर संकेतक स्पष्ट अक्षरों में लगवाये जायं। इस सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही हेतु मुख्य अभियन्ता को निर्देशित किया गया।
निरीक्षण में पाया गया कि गोलघर के पास पुरूष मुत्रालय स्थित है जो किसी के घर के सामने है, इस प्रकार के औचित्यहीन मुत्रालय निर्माण पर मुख्य अभियन्ता को निर्देशित किया गया कि तत्काल इस प्रकार के मुत्रालय को बन्द करें जो किसी के घर के सामने हो उस स्थान को समतल कर वहाॅ पर सौन्दर्यीकरण का कार्य कराया जाय।
कोतवाली क्षेत्र में निरीक्षण के दौरान एकत्रित दक्षिण भारतीय महिलाओं से संवाद के दौरान नगर की साफ सफाई की स्थिति एवं अन्य सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की गयी। उपस्थित महिलाओं के द्वारा बताया गया कि सफाई व्यवस्था संतोषजनक है, किन्तु सार्वजनिक शौचालयों की संख्या को और बढ़ाना चाहिये साथ ही बहुभाषीय में संकेतक लगाये जाने चाहिये। महिलाओं के इस सुझाव पर सकारात्मक कार्यवाही हेतु मुख्य अभियन्ता को निर्देशित किया गया।
दशाश्वमेध क्षेत्र में निरीक्षण के दौरान पैदल भ्रमण किया गया, जिसमें सर्वप्रथम गोदौलिया स्थित नन्दी स्तम्भ के नीचे बने गोलम्बर पर गमले लगाये जाने एवं समस्त सम्पर्क मार्गो गिरजाघर से गोदौलिया तक, गोदौलिया से दशाश्वमेध सड़क के दोनो किनारे स्थित बड़े गमले लगाये जाने हेतु उद्यान अधीक्षक को निर्देशित किया गया।
पैदल निरीक्षण करते हुये गोदौलिया से दशाश्वमेध के बीच स्मार्ट सिटी के द्वारा लगाये गये हेरिटेज पोल्स पर आवश्यक सेवायें यथा-साइनेज, ब्राण्डिंग इत्यादि का कार्य कराये जाने हेतु मुख्य महाप्रबन्धक, वाराणसी स्मार्ट सिटी को निर्देशित किया गया।
दशाश्वमेध क्षेत्र में चितरंजन पार्क के पास हटाये गये अतिक्रमण का निरीक्षण किया गया। उक्त स्थान पर तथा दशाश्वमेध प्लाजा की दीवाल पर बने आकर्षक म्यूरल तथा अन्य कला कृतियों के सौन्दर्यीकरण हेतु आकर्षक फसाड लाइट लगाने हेतु मुख्य महाप्रबन्धक, वाराणसी स्मार्ट सिटी को निर्देशित किया गया।
निरीक्षण में घाट पर बने महिलाओं के चेंजिंग का अवलोकन किया गया, इस सम्बन्ध में वहाॅ उपस्थित महिलाओं से सुविधाओं के बारे में वार्ता की गयी। महिलाओं के द्वारा बताया गया कि घाट पर स्थित चेंजिंग रूम में सिटकनी, कपड़ा टांगने हेतु हैंगर तथा प्रकाश की समुचित व्यवस्था करायी जाय तथा बढ़ती हुई संख्या को देखते हुये चेंजिंग रूम की संख्या बढ़ायी जाय। इस सम्बन्ध में मुख्य अभियन्ता को निरीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया।
. घाटों की सफाई व्यवस्था के निरीक्षण के समय सम्बन्धित एजेंसी मे0 विशाल प्रोटेक्शन फोर्स के सुपरवाइजर को सफाई व्यवस्था में सुधार लाने हेतु निर्देशित किया गया कि साथ ही यह भी निर्देशित किया गया कि सभी सफाईकर्मी उॅचित ड्रेसकोड, अप्रेन में हो तथा घाटों पर लगे बिन्स के अन्दर काले बैग लगे हों। उक्त के अतिरिक्त घाटों पर सफाई हेतु जनजागरूकता बढ़ाने के लिये आई0ई0सी0 कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाय।
निरीक्षण के दौरान निर्देशित किया गया कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सामाजिक विज्ञान संकाय विभाग से सम्पर्क कर संकाय के छात्रों के माध्यम से घाटों पर उपलब्ध जनसुविधाओं को और कैसे बेहतर और सुदृढ़ किया जा सके। इस सम्बन्ध में वृहद सर्वे की कार्यवाही कराकर रिपोर्ट प्रस्तुत किया जाय।
निरीक्षण के दौरान निर्देशित किया गया कि डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली संस्था मे0 वाराणसी वेस्ट सोल्यूशन के प्रतिनिधि डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के सम्बन्ध में वार्डवार, गलीवार रहने वाले निवासियों की पूर्ण सूचना मय मोबाईल नम्बर के साथ काल सेन्टर बनाने के लिये तथा प्रत्येक माह डोर टू डोर कलेशन की रसीद प्रत्येक घर में पहुॅचे, इसकी व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित करायी जाय। यदि इसमें किसी भी प्रकार की कोई कठिनायी हो तो सम्बन्धित अधिकारी से सम्पर्क कर सूची को अपडेट भी करायें।
दशाश्वमेध घाट पर निरीक्षण के दौरान परियोजना डूडा को निर्देशित किया गया कि टूरिस्ट गाईड के लिये एन0यू0एल0एम0 केे अन्तर्गत आवश्यकतानुसार महिलाओं को प्रशिक्षित कर उनकी उपयोगिता ली जा सकती है।
दशाश्वमेध घाट पर निर्मित दशाश्वमेध प्लाजा में दुकानों का निरीक्षण किया गया, जिसमें निर्देशित किया गया कि प्रत्येक दुकानों के सामने दुकान आवंटन के सम्बन्ध में दुकान आवंटी का नाम, दुकान नम्बर इत्यादि अंकित किया जाय। साथ ही भ्रमण के दौरान प्लाजा के रूफ टाप पर गार्डेन विकसित करने, फसाड लाइटिंग एवं सौन्दर्यीकरण की कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये।

नगर आयुक्त शिपू गिरि के साथ नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा0 एन0पी0 सिंह एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

Prabandh Sampadak chandrashekhar Singh

Prabhand Sampadak Of Upbhokta ki Aawaj.

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