उत्तर प्रदेश भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करता है-योगी आदित्यनाथ
वाराणसी 16दिसम्बर :काशी -तमील समागम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करता है और तमिलनाडु भी इन सभी समानताओं को लेकर कला, संस्कृति, ज्ञान की उस प्राचीनतम परंपराओं का नेतृत्व करता है। इन दोनों परंपराओं का काशी तमिल संगमम के माध्यम से अद्भुत संयोग एक नए संगम का निर्माण करता है, जो एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार करता है। तमिलनाडु के विभिन्न क्षेत्रों से अनेकों समूहों में आकर वहां के लोगों ने सभ्यता एवं संस्कृति के दृष्टि से प्रधानमंत्री की परिकल्पना एक भारत श्रेष्ठ भारत को देखा। कार्यक्रम के दौरान विगत एक माह में तमिलनाडु से आए लोगों ने काफी नजदीक से यहां के सभ्यता व संस्कृति को देखा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि काशी आध्यात्मिक व सांस्कृतिक राजधानी के साथ-साथ कला व संस्कृति का अद्भुत केंद्र रहा है। उन्होंने कहा कि काशी-तमिल संगमम पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दो प्राचीन परंपराएं एक साथ मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “एक भारत श्रेष्ठ भारत” के परिकल्पना को साकार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश एवं तमिलनाडु में काफी समानताएं हैं। प्रधानमंत्री के आत्म निर्भर भारत के परिकल्पना को साकार करने में उत्तर प्रदेश एवं तमिलनाडु में अनेकों समानताएं हैं। ओडीओपी के तहत “एक जनपद एक उत्पाद” के तहत दोनों प्रदेशों के उत्पादों में भी अनेक समानताएं हैं। आत्मनिर्भर भारत के परिकल्पना को साकार करने में दोनों प्रदेशों के उद्यम में भी एकरूपता है। काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग के कारण काशी पूरे दुनिया में दिद्वयान हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने “काशी-तमिल संगमम” में तमिलनाडु से आए लोगों से अपील करते हुए कहा कि तमिलनाडू के विभिन्न क्षेत्रों से लोगों को काशी आने के लिए वह प्रेरित करें।
इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मोदी@20 पुस्तक का तमिल अनुवाद का लोकार्पण किया।
स्वागत भाषण केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने किया। इस अवसर पर केंद्रीय पर्यटन मंत्री किशन रेड्डी, मत्स्य पालन- पशुपालन व डेरी मंत्री डॉ. लोगनाथन मुरुगन, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व तमिलनाडु के राज्यपाल रवींद्र नारायण रवि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।