विद्युत विभाग:पूर्वांचल में चली तबादला एक्सप्रेस,ट्रांसफर पोस्टिंग के खेल में पूर्वांचल के चिपकू का फिर हुआ अवतरण
वाराणसी 17 फरवरी:पुर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड एक बार फिर तबादला एक्सप्रेस ने रफ़्तार पकड़ ली है ट्रांसफर सत्र समाप्त हो जाने के बाद भी पुर्वांचल में समय-समय पर तबादला एक्सप्रेस के चलने की खबरों के बीच एक्सप्रेस पर चढ़ने के लिए कंफर्म टिकट के लिए डिस्कॉम मुख्यालय के गलियारों में टिकट के लिए मारा-मारी देखी जा सकती है तबादलों में भ्रष्टाचार की शिकायतो के मिलने से वैसे तो तबादला सत्र समाप्त हो जाने के बाद चतुर्थ श्रेणी तक के कर्मचारियो एव उच्च अधिकारियों तक के ट्रांसफर के लिए शासन की अनुमति जरूरी है जिसका आदेश भी सरकार द्वारा जारी किया जा चुका है।
निगम हित औऱ प्रशासनिक आवश्यकता के नाम पर होता है खेल
तबादला एक्सप्रेस को चलाने के लिए उसमें इंजन से उठने वाले भ्रष्टाचार के धुएं को ढकने के लिए टिकट बेचते समय निगम हितों औऱ प्रशासनिक अवश्यकताओं की चादर डाल दी जाती है। जबकी निगम हितों की चादर को फाड़ कर पूर्वांचल राजस्व वसूली में फ़िसड्डी साबित रहता है तबादला एक्सप्रेस के चलने से निगम को तो कोई फायदा होते नही देखा गया है अपितु तबादला एक्सप्रेस के ड्राइवर औऱ क्लीनर को जरूर फ़ायदा रहता है अंदाजा लगाया जा सकता है क्योंकि टिकट के रेट फ्लेक्सिबल होने के कारण तमाम टिकट के आवेदन फ़ाइल में दबे पड़े है औऱ आवेदक कंफर्म टिकट के लिए डिस्कॉम के कार्यालयों में माँ-बाप की बीमारी व्यक्तिगत घरेलू समस्याओं के साथ जुगाड़ लगाते औऱ गिड़गिड़ाते देखे जाते है।
अवतरित चिपकू की खिड़की पर पहुँचते ही हो जाता है टिकट कंफर्म,सारी समस्याओं के निस्तारण की एक ही खिड़की
पूर्व के प्रबंध निदेशक सरोज कुमार के समय भी एक चिपकू के नाम का डंका पूर्वांचल में बजता था ज़नाब ने तो बड़के बाबू को अपने फ्रेम में ऐसा फिट किया था कि चिपकू की हरी झंडी के बग़ैर बड़के बाबू एक कदम भी नही चलते थे जिसकी शिकायत उत्पीड़ित लोगो ने शासन/प्रशासन में की थी जिसका खामियाजे के रूप में तत्कालीन प्रबंध निदेशक को निलंबन तक झेलना पड़ा।
दो-तीन बड़के बाबूओं के कार्यकाल में सब कुछ ठीक ठाक चलता रहा,वर्तमान में फिर एक बार चिपकू का नया अवतरण हुआ है। सूत्र बताते है की पूर्वांचल/विभाग भले ही कंगाली की मार झेल रहा हो चिपकू के पास हर मर्ज की दवा है चिपकू डिस्कॉम के ठेकेदारों के पेमेंट भी करवा देते है चिपकू के वीटो पावर से किसी मद का रुपया किसी मद में पेमेंट कर दिया जाता है। सारी फ़ाइल चिपकू की हरी झंडी के बाद ही परवान पर चढ़ती है।
चर्चाओं का बाजार गर्म है की चिपकू की वजह से पूर्व के बड़के बाबू की तरह वर्तमान के बड़के बाबू का हाल न हो जाये
इस समय चिपकू पूर्वांचल डिस्कॉम के कमरों से ले कर चाय की दुकानों तक चर्चा का विषय बने हुए है।