विद्युत विभाग/पूर्वान्चल:विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र के आह्वान पर बनारस के हजारों बिजली कर्मचारियों ने आज प्रातः 10 बजे से किया कार्य बहिष्कार
वाराणसी-15 मार्च। विधुत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उ0प्र0 के बैनरतले आज प्रदेश के समस्त जिलों की भांति बनारस में भी बिजलिकर्मियो ने सुबह-10बजे तक सभी बंद लाइनो को चालू कर भिखारीपुर स्थित प्रबन्ध निदेशक कार्यालय पर कार्यबहिष्कार सभा मे सम्मिलित होकर 3दिसम्बर2022के समझौते को लागू करने हेतु हजारो बिजलिकर्मियो ने अपनी आवाज बुलंद की।
वक्ताओं ने बताया कि इतने न्यायप्रिय माननीय मुख्यमंत्री जी के प्रदेश में होने के वावजूद बहुत ही दुःख का विषय है कि आज हजारो कर्मचारियों को अपने समझौते को लागु कराने हेतु कार्यबहिष्कार के साथ हड़ताल करने हेतु विवस होना पड़ा है जबकी जब दिसम्बर 2022 में बिजलिकर्मियो ने आंदोलन किया था तो माननीय मुख्यमंत्री जी ने प्रभावी हस्तक्षेप कर अपने मुख्य सलाहकार श्री अवनीश अवस्थी जी को भेजा था वार्ता करने हेतु और कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान हेतु संघर्ष समिति और ऊर्जा मंत्री जी के बीच सभी बिंदुओं पर सार्थक समझौता कराया किंतु आज उसको लागू कराने के लिए किए जा रहे आंदोलन को राजनीति से प्रेरित बताया जा रहा है।
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि 16 मार्च की रात 10 बजे से 72 घण्टे की सांकेतिक हड़ताल होगी। उन्होंने बताया कि ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन की हठवादिता के चलते बिजली कर्मियों पर हड़ताल थोपी जा रही है। उन्होंने कहा कि 03 दिसम्बर 2022 को हुए समझौते में मा. ऊर्जा मंत्री की ओर से 15 दिन का समय मांगा गया था अब 112 दिन व्यतीत हो गये हैं और समझौते के प्रमुख बिन्दुओं के क्रियान्वयन की दिशा में कुछ भी कदम नहीं उठाया जा रहा है एवं ओबरा, अनपरा की 800-800 मेगा वाट की नई इकाईयां को उत्पादन निगम से छीन कर एन.टी.पी.सी. को दिये जाने, पारेषण के निजीकरण को रोकने व अन्य न्यायोचित मांगों के सार्थक समाधान किये जाने के उल्टे शांतिपूर्ण ढंग से आन्दोलन कर रहे बिजली कर्मियों को पुलिस उत्पीड़न की धमकी दी जा रही है।
शीतलाष्टमी के पर्व को देखते हुए विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र ने लखनऊ में 15 मार्च को बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से चलती रहे, इस दृष्टि से लखनऊ में 15 मार्च को कार्य बहिष्कार न करने का निर्णय लिया है और तद्नुसार लखनऊ के बिजली कर्मियों को निर्देश दे दिए गए हैं।
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री मा. योगी आदित्यनाथ जी के प्रति पूरा सम्मान व निष्ठा व्यक्त करते हुए समझौते को लागू कराने हेतु प्रभावी हस्तक्षेप करने की पुनः अपील की है। उन्होंने कहा कि बिजली कर्मियों का उ्देश्य हड़ताल कदापि नहीं है, हड़ताल उन पर थोपी जा रही है। यदि समझौते का क्रियान्वयन व अन्य न्यायोचित मांगों के सार्थक समाधान हो जाये तो बिजली कर्मी पूरी निष्ठा से दिन-रात कार्य कर उप्र को बिजली आपूर्ति के मामले में शीर्ष दर्जा दिलाने में सक्षम हैं।
सभा को सर्वश्री ई0 चंद्रशेखर चौरसिया,ई0अविनाश कुमार,ई0ए0के0धर्मा,ई0संजय भारती, जिउतलाल, विजय सिंह,रामजी भारद्वाज, राजेन्द्र सिंह,संतोष वर्मा,वीरेंद्र सिंह,मो0इमरान,ई0संजय वर्मा, अभिषेक श्रीवास्तव,अंकुर पाण्डेय,जमुना पाल आदि ने संबोधित किया गया।